78 की उम्र में यूथ फोर्स बनाकर बीजेपी-कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी करेंगे शंकर सिंह वाघेला
Recommended Video
Ahmedabad News (अहमदाबाद)। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री 78 साल के शंकरसिंह वाघेला लोकसभा चुनाव से पहले यूथ फोर्स खड़ा करने के मूड में हैं। जब वह कांग्रेस में थे तो उन्होंने शक्तिदल बनाने का प्रस्ताव रखा था लेकिन कोंग्रेस हाईकमान ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी थी। शंकरसिंह वाघेला अब स्वतंत्र हैं, फिलहाल वो किसी भी पार्टी से जुड़े नहीं है, इसलिए लोकसभा चुनाव से पहले नया राजनीतिक दांव खेल सकते हैं।
बापू के नाम से जाने जाते है शंकर सिंह वाघेला
शंकर सिंह वाघेला को गुजरात के लोग बापू के नाम से जानते हैं। शंकरसिंह वाघेला के करीबी सूत्रों का कहना है कि बापू लोकसभा चुनाव से पहले एनसीपी में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि उनके शरद पवार के साथ उनके पुराने संबंध हैं। वे कई बार शरद पवार से मिल चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि वे गुजरात में एक युवा सेना का भी गठन कर रहे हैं, जो लोकसभा चुनाव के लिए काम करेगी।
अहमद पटेल को हराने की थी कोशिश
गुजरात में राज्यसभा चुनाव के वक्त उन्होने कांग्रेस के कद्दवार नेता अहमद पटेल को हराने की कोशिश की थी हालांकि उसमें वो सफल नहीं हो पाए थे और इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस भी छोड़ दी। उनके साथ उनके समर्थक 10 विधायकों ने भी कोंग्रेस छोड़ दी थी, समर्थक विधायकों को ये आशा थी कि शंकरसिंह उनको भाजपा में शामिल कराएंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। जो लोग चुनाव से पहले भाजपा से जुड़े उनमे से एक को छोड के बाकी के लोगों को हार का सामना करना पड़ा।
महेंद्र सिंह वाघेला भी छोड़ी थी कांग्रेस
शंकरसिंह वाघेला के बेटे महेन्द्रसिंह वाघेला ने भी कोंग्रेस छोड दी थी, लेकिन उन्हें विधानसभा चुनाव में कोई फायदा नहीं हुआ। बाद में जब महेंद्रसिंह वाघेला भाजपा में शामिल हुए तो शंकरसिंह ने निराशा व्यक्त की और परिणामस्वरूप महेन्द्रसिंह ने कुछ ही दिनो में भाजपा भी छोड़ दी। उनके बेटे फिलहाल राजनीति में कहीं नहीं हैं।
1996 में किया था शक्तिदल का गठन
शंकरसिंह वाघेला के आवास बसंत बगडो में फिर से बैठकों का सिलसिला शुरू हो चुका है। तर्क दिया जा रहा है कि वे गुजरात में युवा सेना का गठन करने जा रहे हैं। जब वाघेला मुख्यमंत्री थे तब 1996-97 में उन्होंने शक्तिदल का गठन किया था, लेकिन 1998 के विधानसभा चुनावों में हार जाने के बाद उनकी पार्टी तितर-बितर हो गई थी। अब फिर से उन्होंने एक ताकत बनाने की शुरुआत की है। शंकरसिंह वाघेला कांग्रेस में अपनी जगह नहीं बना सके लेकिन उन्हें बीजेपी में भी जगह नहीं मिली, इसलिए उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले गैर-भाजपा दलों में एक महत्वपूर्ण भूमिका के साथ शामिल होने का प्रयास शुरू कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि 15 जनवरी को शंकरसिंह वाघेला नया यूथ दल बनाने जा रहे हैं। वे शरद पवार की पार्टी एनसीपी में भी शामिल हो सकते हैं।