छत्तीसगढ़: उग्र ग्रामीणों ने फूंक दी जेके लक्ष्मी सीमेंट फैक्ट्री
दुर्ग जिले के अहिवारा के पास मलपुरी गांव में स्थित जेके लक्ष्मी सीमेंट फैक्ट्री में स्थानीय लोगों को नौकरी देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ग्रामीणों ने गुरुवार की रात फैक्ट्री परिसर पर धावा बोलकर आधुनिक उपकरणों और 40 से अधिक गाड़ियों को फूंक दिया। फैक्ट्री प्रबंधन ने आगजनी से 600 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का दावा किया है। आग लगाने से रोकने की कोशिश करने पर ग्रामिणें ने पुलिस पर पथराव किया जिसमें पांच पुलिसकर्मियों समेत 11 लोग घायल हो गए। भीड़ का तेवर देखते हुए तुरंत उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई। सीएसपी रविंद्र उपाध्याय समेत 10 पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखकर ग्रामीणों और भड़क उठे और पथराव शुरू कर दिया। इसी दौरान वाहनों में आग भी लगा दी। पथराव से सीएसपी के सिर में चोटें आई हैं।
ग्रामीणों ने जामुल पुलिस के एक वाहन को भी आग के हवाले कर दिया। पुलिस के हवाई फायर करने के बाद ग्रामीण वहां से भाग खड़े हुए। भीड़ के भागने तक फैक्ट्री में आग ने भीषण रूप ले लिया था। आग पर काबू पाने के लिए भिलाई और रायपुर से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और दस्ते भेजे गए। बताया जाता है कि 14 फरवरी से आंदोलन कर रहे 200 से ज्यादा ग्रामीणों ने कई दलों में बंटकर फैक्ट्री पर धावा बोला था। हमला करने वाले दलों में लगभग 50 महिलाएं भी शामिल थीं। वे तीन गेटों से बलपूर्वक फैक्ट्री के अंदर घुसे। ज्यादातर ग्रामीण लाठी-डंडे से लैस थे। कई के हाथ में पेट्रोल बम और जरीकेनों में केरोसिन भी था। ग्रामीणों का रुख देखकर फैक्ट्री के सुरक्षा गार्ड भाग खड़े हुए। ग्रामीणों ने पहले इंपोर्ट मैटेरियल के गोदाम में आग लगा दी। लगभग एक घंटे में उन्होंने वहां रखी सारी मशीनों और गाड़ियों को जला दिया। देखते ही देखते फैक्ट्री में आग की लपटें उठने लगीं। (आईएएनएस)