पढ़ें- एफडीआई पर महाबहस में किसने क्या कहा?
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। मल्टीब्रांड रिटेल में एफडीआई पर लोकसभा में बहस जारी है। नियम 184 के तहत हो रही इस बहस के बाद कल वोटिंग की जायेगी। इस महाबहस की शुरुआत विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने किया और कहा कि विदेशी किराना का फैसला सरकार को वापस लेना पड़ेगा। सुषमा स्वराज ने कहा कि वर्ष 2011 में इसका विरोध हुआ था। इस विरोध में खुद यूपीए में शामिल टीएमसी और डीएमके भी थे। सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत में विदेशी किराना आने से बाजार में एकाधिकार बढ़ेगा और एकाधिकारी बाजार उपभोक्ता के हित में नहीं है। सुषमा स्वराज ने कहा कि यह विकास की सीढ़ी नहीं बल्कि विनाश का गड्ढा है।
सुषमा स्वराज का जवाब देते हुए दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि मल्टीब्रांड रिटेल में एफडीआई का फैसला केवल 10 लाख तक की आबादी वाले शहर में ही लागू होगा। इस लिहाज से यह फैसला देश के कवल 18 शहरों में ही लागू होगा। कपिल सिब्बल ने विपक्ष पर हल्ला बोलते हुए कहा कि वर्ष 2004 में भाजपा भी मल्टीब्रांड रिटेल में एफडीआई के पक्ष में थी लेकिन अब वह पलट रही है। सिब्बल ने कहा कि भाजपा एफडीआई का विरोध कर बिचौलियों का साथ दे रही है और किसानों के हित के साथ खिलवाड़ कर रही है। सिब्बल ने यूपीए का पक्ष रखते हुए कहा कि सरकार युवाओं और किसानों के साथ है इसलिये एफडीआई का फैसला लिया है।
ये तो रही सुषमा स्वराज और कपिल सिब्ब्ल की मगर आईए विस्तार से चर्चा करते हैं कि इस महाबहस में किसने क्या कहा:
बीएसपी ने कहा कि एफडीआई के माध्यम से देश को गुलाम बनाने की साजिश रची जा रही है। सरकार को इस संबंध में जल्दबाजी में फैसला नहीं लेना चाहिए। बीएसपी ने कहा कि वो एफडीआई के मुद्दे पर वोटिंग पर उनकी पार्टी कल फैसला लेगी।
एफडीआई के खिलाफ बोलते हुए मुलायम सिंह ने कहा कि यूपीए कितनी भी सफाई दें, एफडीआई देश के हक में नहीं है। न मैं सत्ता पक्ष के खिलाफ बोल रहा हूं, न विपक्ष के समर्थन में, मैं बस देश के हित में बात कर रहा हूं। इसी कम्र में मुलायम सिंह ने कहा कि विदेशी कंपनियों से फायदा नहीं। सरकार गलतियों को सुधारे। मुलायम ने कहा कि अमेरिका ने खुद अपने यहां FDI पर रोक लगा दी है, तो हम इसे क्यों इजाजत दे रहे हैं? और अगर मेरी यह बात गलत हुई, तो मैं माफी मांगूंगा। कपिल सिब्बल के सवालों का जवाब देते हुए मुलायम सिंह ने कहा कि सिब्बल साहब! आप बहुत अच्छी वकालत करते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि इससे बेरोजगारी बढ़ेगी। FDI देश की जनता के साथ धोखाधड़ी है। सोनिया गांधी की तरफ मुखातिब होते हुए मुलायम सिंह ने कहा कि सोनिया जी, आपसे खास अपील है कि आप इस प्लान को कुछ सालों के लिए छोड़ दीजिए।अभी इसे वापस लीजिए। बाद में हो सकता है हम भी इसका समर्थन करें।