रिलायंस को पछाड़ देगा यमुना एक्सप्रेस वे
जेपी ग्रुप की कंपनी जेपी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड ने अनुमान लगाया था कि यमुना एक्सप्रेस वे से रोज एक लाख वाहन गुजरेंगे। लगभग वैसा ही हो रहा है। कार -जीप से सफर करने के लिए 320 रुपए का टोल टै क्स देना । मिनी बस के लिए 500 और बस और ट्रक के लिए टोल टैक्स 1050 रुपये है।
इस लिहजा से अगर लगभग रोज टोल टैक्स के रुप में जेपी ग्रुप को लगभग 10 करोड़ रुपये मिलेंगे। अगर इस हिसाब को साल में लगभग 3600 करोड़ रुपये मिलेंगे। वाहनों का कारोबार देश में सबसे तेजी से फैलता कारोबार है यह करीब 30 फीसदी के हिसाब से बढ़ रहा है। फिर अगर टोल टैक्स में बढ़ोत्तरी महज सात फीसदी मान कर चले तो इस हिसाब से छह-सात साल में यह आकंड़ा 50 हजार करोड़ तक पहुंच सकता है। जाहिर है इस लिहाज से टोल टैक्स का यह धंधा देश के सारे धंधों पर भारी पड़ जाएगा।
फिलहाल देश की सबसे बढ़ी कंपनी रियालंस है जिसका मुनाफा करीब 20 हजार करोड़ है. ओनजीसी 18 हजार करोड़ के साथ दूसरे स्थान पर है। जबकि इन दोनों कंपनियों का ग्रोथ रेट बहुत कम है। जबकि टोल टैक्स का ग्रोथ रेट बहुत ज्यादा है । पांच साल बाद रिलायंस का आंकड़ा 30 हजार करोड़ के आस-पास रहेगा, जबकि एक्सप्रेस वे का धंधा 40 हजार करोड़ के पास पहुंच सकता है। फिलहाल जो हालात हैं। जैसे वाहन उद्योग में तेजी, रिलायंस के धंधे में सामान्य बढ़ोतरी।
फिलहाल एक्सप्रेस वे पर हर रोज 80 हजार वाहन फर्राटा भरने लगे हैं। अकेले जेवर टोल प्लाजा पर ही रोजाना लगभग 25 हजार वाहन दिल्ली और नोएडा से इंट्री कर रहे हैं। इस तरह से टप्पल सहित छह इंटरचेंज से एक्सप्रेस वे पर चढ़ने वाले 55 से 60 हजार वाहन भी कहीं न कहीं से एक्सप्रेस वे का इस्तेमाल कर रहे हैं।जेवर टोल प्लाजा के इंचार्ज अनूप मारवा ने बताया कि रविवार को 35 हजार वाहन गुजरे थे।
आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी। यमुना एक्सप्रेस वे को शानदार बनाने के लिए जल्द ही रेस्टोरेंट खोले जाएंगे। इस एक्सप्रेस वे का जलवा ऐसा है कि लोग खड़े हो कर फोटों खींचवा रहे हैं। यह एक्सप्रेस वे मनोरंजन का भी साधन बन गया है। यह देश में एक नए दौर की शुरुआत भी कर रहा है।
यमुना एक्सप्रेस वे के कारण ग्रेटर नोएडा से आगरा के बीच की दूरी 100 मिनट में पूरी हो सकेगी। अभी यह सफर चार घंटे का है। यानी करीब ढाई घंटे में आप दिल्ली के इंडिया गेट से आगरा के ताजमहल पहुंच सकते हैं। इस एक्सप्रेस-वे पर हल्के वाहनों की अधिकतम गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा और भारी वाहनों के लिए 65 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है।