कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ हरियाणा में महापंचायत
समारोह की अध्यक्षता सरपंच सुषमा भादू ने की। समारोह का शुभारम्भ उपमंडलाधीश बलजीत सिंह ने माँ सरस्वति की मूर्ति के आगे दीप जलाकर किया गया। महापंचायत की अध्यक्ष एवं सरपंच सुषमा भादू ने विस्तार से महापंचायत के आयोजन पर प्रकाश डाला। श्रीमति भादू ने कहा कि गांव बीबीपुर की महापंचायत ने उन्हें प्रेरित किया और उन्होंने ठान लिया कि हम भी भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा के खिलाफ आंदोलन चलाऐंगी।
इसी कड़ी में आज आस-पास के 25 गांवो की पंचायतो ने एकजुट होकर इस अभियान के प्रति जागरूकता फैलाने की पहल की है। श्रीमति भादू ने कहा कि अब वे इस लड़ाई को न केवल जिला अपितू राज्य और देश के स्तर पर ले जाएंगी ताकि समाज को टूटने से बचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि आज की इस महापंचायत में एक निगरानी कमेटी का गठन किया गया है, जो हर गांव में भू्रण हत्या और दहेज लेने देने वाले परिवारो पर नजर रखेगी। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि जो भी भ्रूण हत्या में दोषी पाया जाता है, उसके खिलाफ धारा 302 का मुकदमा दर्ज किया जाए। दहेज लेने व देने वाले परिवारो का सामाजिक बहिष्कार किया जाये।
श्रीमति भादू ने जोर देते हुए कहा कि आज की महापंचायत इन समस्याओं को खत्म करके ही दम लेगी। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य जागरूक रहो, प्रेरणा बनो और प्रेरित करों।
महापंचायत में दिल्ली विश्वविद्यालय से आई नीलम जैन, अमित गोयल, डॉ. अनामिका बिश्रोई, डॉ. सुरेन्द्र बिश्रोई, भिवानी से आई बिमला चौधरी, एमपी रोही कन्या स्कूल की प्राचार्य सुचित्रा आर्य, रोशनी पंवार, जाट कॉलेज हिसार के प्राध्यापक डॉ दिनेश चहल, लाडो लोक हित संस्था की अध्यक्षा एडवोकेट सुमनलता सिवाच, कृष्ण स्वरूप, विद्या रत्ती आदि ने भी महापंचायत में अपने विचार रखे।
इस मौके पर गुरूद्वारा कमेटी बीघड़ व जिन्दगी संस्था फतेहाबाद ने भी बेटी बचाओं व दहेज प्रथा के खिलाफ सहयोग का आश्वासन दिया।