जल्द ही ऐसा होगा जब रोज बदलेंगे पेट्रोल के दाम
अगर तेल कंपनियां कुछ ऐसे ही तेल के दामों को तय करेंगी, तो भी जनता कोई खासा राहत नहीं मिलने वाली है। क्योंकि आज आतरराष्ट्रीय बाजार में तेल में दाम कुछ सालों के सबसे निचले स्तर पर है, उसपर भी भारत में तय दामों के कारण जनता की कमर टूट रही है। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम बढ़ते है तो, यहां भी बढ़ोत्तरी की जाएगी।
अब तो सरकार भी बहुत आसानी से पल्ला झाड़कर कह सकती है कि तेल कंपनियों पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है। दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुसार तय होंगे। अगर वहां तेल के दाम घटेंगे तो घटाये जाएंगे और अगर वहां बढ़ेंगे तो बढ़ाये जाएगें। विदेशी देशों की तर्ज पर रोज पेट्रोल के नये दाम तय होना तो बाद की बात है। अभी पेट्रोल के दामों में 4 रूपये प्रति लीटर कमी की आशंका जताई जा रही है, इससे जनता की कमर को थोड़ा तो जोर मिलेगा।
30 जून को तेल कंपनियों के बीच समीक्षा बैठक है, जिसमें तेल के दाम पर भी निर्णय लिया जाएगा। पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम लगातार घटते जा रहा है। अगर डॉलर के मुकाबले रूपया मजबूत होता है तो भी तेल के दाम घटने चाहिए। जून की शुरूआत में आंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम घटने पर कंपनियों ने यहां भी राहत दी थी। इस कारण एक जुलाई से दाम घटने की आशंका जताई जा रही है।