कोई अपनी इच्छा से नहीं बन सकता राष्ट्रपति: प्रणव
कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने भी कल नार्थ ब्लाक में मुखर्जी से मुलाकात की थी। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने पहले ही सरकार के सहयोगी दलों द्रमुक, राकांपा और राष्ट्रीय लोकदल का और समाजवादी पार्टी जैसे दलों से बाहरी समर्थन हासिल कर चुकी है। साथ ही बाहर से समर्थन देने वाली बसपा और सरकार की दूसरे सबसे बड़ी घटक तृणमूल कांगे्रस द्वारा संप्रग उम्मीदवार का विरोध किए जाने की संभावना नहीं है।
पश्चिम बंगाल में अगले साल पंचायत चुनाव अकेले लड़ने के फैसले पर मुखर्जी ने कहा कि यह फैसला पश्चिम बंगाल की कांग्रेस इकाई को करना है। मुझे इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। मालूम हो कि वर्तमान में राष्ट्रपति पद के चयन को लेकर खासा कसमकश है। जहां एक तरफ पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम लोगों की पसंद है वहीं दूसरी तरफ प्रणव दा का नाम भी खासा चर्चा में हैं।