विदेशी महिला ने की रिक्शेवालों का बीमा करनो की सिफारिश
मुख्यमंत्री के दूसरे जनता दरबार में जहां फरियादियों की भीड़ उमड़ी वहीं एक विदेशी महिला ने रिक्शा चालकों के लिए नीतियां बनाने की मांग की। विदेशी महिला द्वारा रिक्शा चालकों की सिफारिश किए जाने से जनता दरबार में मौजूद लोग सन्न रह गए उन्हें उम्मीद भी नहीं थी कि कुछ ऐसा हो सकता है। मुख्यमंत्री के जनता दरबार में राज्य के विभिन्न हिस्सों से लगभग 6000 से ज्यादा लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे।
फरियादियों में अमेरिका के टेक्सास प्रांत की निवासी एक महिला भी थी, जो पिछले कुछ सप्ताह से वाराणसी में थी। विदेशी महिला ने मु यमंत्री से मिलकर रिक्शा चालकों के लिए बीमा योजना शुरू करने की मांग करते हुए कहा कि 'रिक्शा चालक बेहद गरीब होते हैं, हादसों में उनकी मौत हो जाने पर आश्रितों के लिए गुजारा करना बेहद मुश्किल होता है। इस स बंध में उन्होंने एक प्रस्ताव भी मु यमंत्री को सौंपा।
मुख्यमंत्री ने विदेशी महिला की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया। वहीं कई लोगों ने तो तड़के ही मु यमंत्री के निवास स्थान पर डेरा डाल दिया था। मु यमंत्री ने सुबह नौ बजे से अपने आवास के कांफ्रेंस हॉल में एक-एक करके फरियादियों की परेशानियां सुनीं और निराकरण के लिए 10 से 20 दिन का समय मांगा। फरियादियों की ज्यादातर शिकायतें रोजगार, मु त इलाज, स्थानांतरण, नियमितिकरण और दबंगों के अत्याचार से स बंधित थीं।
जनता दरबार का समय पूर्व निर्धारित समय सुबह नौ से 11 बजे तक था, लेकिन भीड़ को देखते हुए मु यमंत्री ने दोपहर करीब एक बजे तक समस्याएं सुनी। पूर्व निर्धारित दिल्ली यात्रा के कारण वह सभी फरियादियों से मुलाकात नहीं कर पाए लेकिन जिन फरियादियों की मुलाकात मुख्यमंत्री से नहीं हो सकी, उनके प्रार्थना पत्र जमा कराकर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।
उधर फरियादियों की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने पु ता इंतजाम किए थे। इतने इंतजामों के बावजूद तीन फरियादी महिलाएं गर्मी के चलते बेहोश हो गईं, जिनका वहां मौजूद चिकित्सकों द्वारा इलाज किया गया।