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बोगियों को छोड़कर इंजन लेकर भागा ड्राइवर, यात्री सुरक्षित

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Train
दिल्ली (ब्यूरो)। भारतीय रेल के इतिहास में पहली बार हुआ जब बोगियों को छोड़ कर ड्राइवर इंजन लेकर स्टेशन पर पहुंच गया। ड्राइवर की इस करतूत पर पूरा रेलवे विभाग को शर्मसार होना पड़ा है। लोग इसलिए बच गए यहां एटोमैटिक सिंग्नल लगा था। महज कुछ किलोमीटर आगे अगर ये ट्रेन लावारिस पड़ी होती तो हजारों की जान चली गई होती। देहरादून हेड क्वार्टर के चालक राम केवल यादव, सहचालक नेत्रराम और गाजियाबाद सेक्शन के गार्ड महावीर को संस्पेंड कर दिया है।

रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि चूंकि गाजियाबाद और दिल्ली के बीच एटोमौटिक सिंग्नल सिस्टम है इस लिए लोग बच गए वरना 13 बोगियो में मौजूद हजारों लोगो की मौत तय थी। क्योंकि पीछे बिजली की रफ्तार से राजधानी एक्सप्रेस आ रही थी। यहां बता दें मंगलवार दोपहर नई दिल्ली से देहरादून जा रही जनशताब्दी का इंजन साहिबाबाद-गाजियाबाद स्टेशन के बीच हिंडन बैराज पर 03: 55 बजे फेल हो गया था। ड्राइवर राम केवल यादव ने यह सूचना सीडीएमई को दी।

जनशताब्दी एक्सप्रेस नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से देहरादून के लिए सवा तीन बजे रवाना हुई। तिलक ब्रिज स्टेशन के पास इंजन के पहिए से धुआं निकलने लगा। चालक ने ट्रेन को रोक कर चेक करने के बाद फिर आगे बढ़ा। दोपहर बाद 3:50 बजे ट्रेन ने साहिबाबाद रेलवे स्टेशन को क्रास किया। जैसे ही हिंडन बैराज पर पहुंची, इंजन ने लोड लेना बंद कर दिया। इसकी सूचना राम केवल यादव ने दिल्ली मंडल के सीनियर डिवीजनल मैकेनिकल इंजीनियर को दी। इसके बाद पता नहीं ड्राइवर के क्या मन में आया बोगियों को छोड़कर वह इंजन लेकर गाजियाबाद के लिए रवाना हो गया।

उधर दूसरी ओर गाजियाबाद प्लेटफार्म पर खड़े यात्री ट्रेन का इंतजार करते रहे। लगातार प्लेटफार्म पर घोषणा होती रही कि ट्रेन आ रही है। जब ट्रेन आई तो पता चला कि कि सिर्फ इंजन आया है बोगी गायब है। इससे हड़कंप मच गया। जनशताब्दी एक्सप्रेस के 13 कोच जब तक स्टेशन पर नहीं पहुंच गए तब तक रेल अधिकारियों की सांसें अटकी रहीं। स्थानीय रेल अधिकारियों ने स्टेशन पर अकेले पहुंचे इंजन को देख तत्काल 23950 नंबर इंजन को हिंडन बैराज पर भेजा और वहां खड़े 13 कोच को स्टेशन पर मंगवाया।

English summary
For the first time in history of Indian Railways when driver reached the station without coaches . Driver act had red-faced the railway department. Thousand people were killed if any train run over it.
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