9 मई तक तलवार दंपत्ति को दस्तावेज सौंपे सीबीआई: कोर्ट
इससे पहले गाजियाबाद कोर्ट ने नूपुर तलवार की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। तलवार के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में जामनत अर्जी दाखिल की है। गौरतलब है कि चर्चित आरुषि व हेमराज हत्याकांड के सबूत एक बार फिर खंगाले जायेंगे। एक बार फिर नूपुर तलवार और राजेश तलवार से कड़ी पूछताछ होगी और इस बार सीबीआई कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहेगी, क्योंकि पिछले एक साल की लंबी मशक्कत के बाद नूपुर हिरासत में आयी हैं।
पिछले कई महीनों से सीबीआई के साथ चूहे-बिल्ली का खेल खेल रहीं आरुषि की मां नूपुर तलवार जेल जाने से बचने के लिए किसी भी कानूनी दांव-पेंच में पीछे नहीं रहीं। सीबीआई की टीम उन्हें गिरफ्तार करने के लिए बार-बार जाल बिछाती रही, और बार-बार कानूनी पेंच फंसाकर नूपुर जमानत पर छूटती रहीं। कानून की जंजीरों से बंधी सीबीआई भी कुछ नहीं कर पाती।
लेकिन नूपुर को नहीं पता था कि उनके दांव पेंच एक न एक दिन उन्हीं के लिए महंगे साबित होंगे। नूपुर बार-बार कोर्ट में नहीं पेश होकर कोर्ट की अवमानना करती रहीं और यहीं पर सीबीआई को मजबूत आधार मिल गया। आखिरकार सीबीआई ने गैर जमानती वॉरंट जारी किया, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। इसके आधार पर सोमवार को नूपुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। यहां भी नूपुर ने अपने अंतिम पासे कोर्ट में फेंके और फिर से जमानत याचिका दाखिल कर दी। जिस पर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा हुआ है।