वोट की राजनीति से कांग्रेस ने भारत आने न दिया : रश्दी
अपनी विवादित किताब सेटेनिक वर्सेज को लेकर मुसलिम संगठनों के निशाने पर आए रश्दी ने कहा कि उन्हें जयपुर सम्मेलन में शिरकत करने से इसलिए रोक दिया गया क्योंकि कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही थी। दिल्ली में एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए रश्दी ने कहा कि
भारत को मौजूदा नेताओं से कहीं बेहतर नेताओं के नेतृत्व की जरूरत है। जयपुर महोत्सव में नहीं पहुंच पाने को लेकर उठे विवाद का जिक्र करते हुए रश्दी ने कहा कि जो भी हुआ वह देवबंदी संगठनों की वजह से नहीं हुआ, बल्कि यह बेकार का चुनावी आकलन था। लेकिन राहुल, यह आकलन नाकाम रहा। रश्दी
इशारों में यह कहने से भी नहीं चूके कांग्रेस का उनकी यात्रा रोकना भी उत्तर प्रदेश में उसके खराब प्रदर्शन की वजह बना। उन्होंने कहा कि भारतीय मतदाता इन राजनेताओं से ज्यादा तेजतर्रार हैं। उन्होंने कहा कि 95 फीसदी मुसलिम हिंसा में यकीन नहीं रखते। यही बात हिंदुओं के लिए भी सही होगी।
मालूम हो कि जयपुर महोत्सव में शिरकत करने आ रहे रश्दी की यात्रा का दारुल उलूम और अन्य मुसलिम संगठनों ने तीखा विरोध किया था। इसके बाद अपनी सुरक्षा को खतरे का हवाला देते हुए रश्दी ने अपनी यात्रा रद्द कर दी थी। आयोजनकर्ताओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग से उनका भाषण भी रद्द करना पड़ा था। बहरहाल, रश्दी ने कहा कि भारत में हिंसा की प्रवृत्ति और संस्कृति बढ़ रही है। इस संबंध में उन्होंने कट्टरपंथी संगठनों द्वारा दिवंगत चित्रकार एमएफ हुसैन और अन्य कलाकारों के विरोध का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि रोजाना मुसलिमों, हिंदुओं के संगठन कलाकारों को डराते हैं। इस तरह कई आवाजें खामोश कर दी जाती हैं। गौरतलब है कि दिल्ली में हो रहे कार्यक्रम में रश्दी की मौजूदगी के चलते पाकिस्तान के राजनेता इमरान खान ने भी इसमें आने से मना कर दिया था। रश्दी ने इसके लिए इमरान पर भी निशाना साधा।