पंजाब में पंजे के काबू में आएंगे तराजू और कमल!
राज्य में इस समय अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन वाली सरकार है। इस सरकार के पांच साल पूरे हो चुके हैं और शायद हर बार की तरह इस बार भी पंजाब की जनता बदलाव के पक्ष में ही वोट करेंगे। राज्य की राजनीति पर हुए एक्जिट पोट भी इसी ओर इशारा करते हैं कि राज्य में कांग्रेस की वापसी होगी और अकाली दल को मायूस होना पड़ेगा।
प्रकाश सिंह बादल से पहले पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की कांग्रेस वाली सरकार थी। इस सरकार ने अपने पांच साल पूरे किए और पंजाब की जनता ने फिर से अकाल दल और भाजपा गठबंधन को मौका दिया। प्रकाश सिंह बादल फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बन गए। वैसे अमरिंदर सिंह से पहले भी राज्य में प्रकाश सिंह बादल की ही सरकार थी। यानिकि हर बार सरकार वहां बदलती ही है।
इस बार जो एक्जिट पोल हुए हैं उनमें 117 सीटों में से कांग्रेस को 60 से अधिक सीटें मिलेंगी और वह अपनी सरकार बनाने में कामयाब रहेगी। जबकि अकाली दल और भाजपा गठबंधन को 50 और 55 सीटों के बीच संतोष करना पड़ सकता है।