गिलानी से छिन सकती है प्रधानमंत्री की गद्दी
एनआरओ और मेमोगेट मामले में सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा कदम उठाया था। पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया था। जिसमें राष्ट्रपति अासिफ अली जरदारी के खिलाफ भी जांच करने के आदेश दिए गए थे। जिसके बावजूद सरकार ने उनके खिलाफ कोई जांच नहीं शुरू की। जिसके बाद कोर्ट ने गिलानी के खिलाफ अवमानना का नोटिस जारी किया।
अब उन्हें 19 जनवरी को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है। इसमें खास यह भी है कि अगर अवमानना के मामले में वे संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं तो उन्हें अयोग्य भी करार दिया जा सकता है। कानून के मुताबिक कोर्ट की अवमानना के मामले में आरोपी को 6 महीने की सजा भी सुनाई जा सकती है। जिसके बाद गिलानी की बढ़ती मुश्किलों को देखते हुए उन्हें प्रधानमंत्री के पद से हटाया जा सकता है।
हालांकि इस पूरे प्रकरण में भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी बचते निकल दिखाई दे रहे हैं। एनआरओ का पूरा मामला राष्ट्रपति गिलानी को लेकर ही था। हालांकि इस मामले में गिलानी पर भी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था। पाकिस्तान के कानून मंत्री ने यह बयान दिया था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा। जिसके बाद यह संकेत मिल रहे हैं कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की गद्दी पर जल्द ही कोई दूसरा विराजमान हो सकता है।