डा. एपीजे अब्दुल कलाम ने दिया गजब का डेवलपमेंट मॉडल
हरी झंडी दिखाने के एक दिन बाद पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने केंद्र को 10 हजार नौकरियां सृजित करने, चार लेन वाला राजमार्ग बनाने और एक विश्व स्तरीय अस्पताल बनाने समेत इस इलाके के विकास के लिये 10 सूत्री कार्ययोजना का सुझाव दिया है। परियोजना की सुरक्षा की गारंटी देते हुए कलाम ने कहा कि इस मुद्दे पर लोगों को रत्तीभर भी संदेह नहीं होना चाहिये क्योंकि यह सुरक्षा के सभी पहलुओं को पूरा करता है।
डाक्टर कलाम ने कुडनकुलम और इसके आस पास के 30 किलोमीटर के चारों ओर के गांवों को चार लेन वाले राजमार्ग के जरिये मदुरई, तिरूनेलवेली और कन्याकुमारी से जोड़ने, 500 बिस्तर वाला एक विश्वस्तरीय अस्पताल, स्थानीय लोगों को मोबाइल मेडिकल सुविधायें, 30 से 60 किलोमीटर की परिधि में 10 हजार नौकरियां सृजित करने और युवाओं को 25 प्रतिशत सब्सिडी के साथ बैंक रिण दिये जाने का सुझाव दिया।
उन्होंने कहा कि इस इलाके के मछुआरों को मोटरबोट, मछली पकड़ने वाली छोटी मशीनी नौका और मछलियों को रखने के लिये शीतगृह की सुविधायें मुहैया कराने का सुझाव दिया। कुडनकुलम परियोजना का कल दौरा करने वाले कलाम ने राज्य सरकार को सौंपी अपनी अध्ययन रिपोर्ट में ढांचागत सुविधाओं जैसे ग्रीन हाउस बनाने, बहु मंजिला आवासीय परिसर और खेल के मैदान बनाने का सुझाव दिया। अपने सलाहकार वी पोनराज के साथ तैयार की गई रिपोर्ट में कलाम ने स्थानीय लोगों को 10 लाख लीटर पेयजल मुहैया कराने का सुझाव दिया।
इसके अलावा उन्होंने स्कूल खोलने, ब्राडबैंड इंटरनेट स्थापित करने और युवाओं को रोजगार हासिल करने में मदद करने का सुझाव दिया। परमाणु उर्जा का पुरजोर समर्थन करने वाले कलाम ने कहा कि इसी दौरान लोगों का भय खत्म करने के लिये उन्हें प्रासंगिक सूचना और पूरी मदद दी जाये। इस संयंत्र के शुरू होने से तमिलनाडु को एक हजार मेगावाट बिजली मिलेगी।
कलाम ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सरकार ने परमाणु बिजली संयंत्र स्थापित करने के लिये बहुत ही कड़े मानक बनाये हैं और कुडनकुलम संयंत्र सुनामी और भूकंप दोनों के साथ आने पर भी उन्हें झेल सकता है। कलाम ने कहा कि परमाणु संयंत्र के डेढ़ किलोमीटर का दायरा बंजर है इसलिये इस संयंत्र के बनने से किसी भी प्रकार के विस्थापन का सवाल ही पैदा नहीं होता है।
कलाम ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि परमाणु बिजली संयंत्र बनाने के लिये इस स्थल का चुनाव पर्याप्त सुरक्षा पहलुओं और परमाणु उर्जा नियामक बोर्ड के सुरक्षा नियमों को ध्यान में रखकर किया गया था। इसलिये किसी को भी सुरक्षा और पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर संदेह नहीं करना चाहिये। कलाम ने जोर देकर कहा कि तमिलनाडु पिछले एक हजार साल से भूंकपीय गड़बड़ी से मुक्त है और मदुरै में मीनाक्षी मंदिर और तंजावुर में बड़ा मंदिर किसी भी भूकंप से प्रभावित नहीं हुए हैं।
उन्होंने प्रदर्शनकारियों को लक्ष्य कर कहा कि हम सभी भय और खतरे रूपी बीमारियों से बहुत अधिक जकड़े हुए हैं। कायर इतिहास नहीं बनाते हैं। भीड़ परिवर्तन नहीं कर सकते है। जो यह सोचते हैं कि सब कुछ संभव है वहीं इतिहास बना सकते हैं और परिवर्तन ला सकते हैं। कलाम ने कहा कि इस तर्क में कोई दम नहीं है कि विकसित देशों जैसे जर्मनी ने अपने परमाणु बिजली संयंत्रो के निर्माण की योजना को त्याग दिया है। उन्होंने कहा कि जर्मनी का यह फैसला इस तथ्य पर आधारित है कि उसका यूरेनियम भंडार वर्ष 2022 तक खत्म हो जायेगा। उन्होंने कहा कि परमाणु उर्जा मानव को ईश्वर का वरदान है और इसका सही या गलत इस्तेमाल केवल आप पर निर्भर है।