भारतीय क्रिकेटरों को दाउद ने की थी टोयोटा की पेशकश
लेले तब सहायक मैनेजर के तौर पर टीम के साथ गये थे और दाउद को नहीं जानते थे। दाउद ने तब लेले और मैनेजर ध्यानेश्वर अगासे से कहा था कि भारतीय टीम यहां चैंपियन बनती है तो मैं अधिकारियों सहित टीम के प्रत्येक सदस्य को भारत में उनके घर में टोयोटा कार भेंट करूंगा। दाउद ने यह बात तब कही थी जब लेले और अगासे शारजाह के किसी उद्योगपति से मिलने के लिये ड्रेसिंग रूम से बाहर निकले थे। वे नहीं जानते थे कि वह कथित उद्योगपति असल में दाउद था।
लेले के अनुसार, दुर्भाग्य से भारत वह टूर्नामेंट हार गया। आस्ट्रेलिया को बेहतर रन रेट के आधार पर चैंपियन घोषित किया गया क्योंकि आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और भारत के समान अंक थे। जब परिणाम घोषित किया गया तो टीम के अधिकतर सदस्यों की आंखों में आंसू नहीं थे लेकिन वह व्यक्ति रो रहा था।
उनके अनुसार, उस संपर्क के बारे में पुलिस जांच के दौरान पता चला और मैं सकते में रह गया। जब पुलिस ने मुझसे पूछताछ की तो मैं कांप उठा। लेले ने लिखा है कि लंबे समय बाद हमें पता चला कि शारजाह में 1987 में हम जिस व्यक्ति से मिले थे वह दाउद इब्राहीम था जो 1993 के मुंबई बम धमाकों का कथित मास्टरमाइंड है। लेले ने कहा कि लेकिन मैंने स्वीकार किया कि हम उससे मिले थे लेकिन उस समय हमें उसके पिछले इतिहास ओर भविष्य की योजनाओं के बारे में पता नहीं था और यहां तक कि हम उसका नाम तक नहीं जानते थे।
उन्होंने लिखा है कि मैंने बताया कि मैं वहां पहली और आखिरी बार उस व्यक्ति से मिला था और मैं यहां तक कि उस घटना को भूल चुका हूं। मैं उसके बाद कभी उसे पहचान नहीं पाया। पुलिस ने सौभाग्य से मुझ पर विश्वास किया। लेले के अनुसार मुझे अहसास हुआ कि भले ही टोयोटा गंवाने से मैं थोड़ा निराश था लेकिन यह मेरे लिये उससे कहीं बड़ा पुरस्कार था।