मंदी से उबरने में सक्षम है भारत: प्रणव मुखर्जी
भारतीय शेयर बाजार काफी हद तक विदेश पूंजी बाजार पर निर्भर करता है। इसमें अमेरिकी निवेशकों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में अमेरिका में मंदी आने की वजह से वहां के निवेशक भारतीय शेयर बाजार में पैसा नहीं लगा रहे हैं। जिस वजह से भारतीय बाजार नीचे लुढ़क रहा है। सोमवार को सेंसेक्स 17 हजार से भी कम अंकों पर खुला। पिछले 2 दिन में ही सेंसेक्स में 1 हजारे से भी ज्यादा की गिरावट आई है। सोमवार को ही सप्ताह के पहले दिन शेयर बाजार 16990 पर बंद हुआ।
अभी कुछ दिन पहले ही स्टैंडर्ड एंड पुअर ने अमेरिका की रैंकिंग में गिरावट होने की खबर दी थी। पहले अमेरिका की रैंकिंग AAA थी जो अब AA+ रह गई है। ऐसा अमेरिका में सरकारी कर्ज की मियाद बढ़ाए जाने की वजह से हुआ है। स्टैंडर्ड एंड पुअर की इस रिपोर्ट के साथ ही अमेरिका में मंदी की लहर दौड़ गई। इसका सीधा असर भारतीय आईटी जगत पर भी पड़ा है। यहां ज्यादातर काम आउटसोर्सिंग का होता है। मंदी की वजह से इस काम में भी कमी आई है।
अमेरिकी में छाई मंदी से निवेशक भले ही परेशान हों लेकिन प्रणव मुखर्जी ने उन्हें धैर्य बनाए रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था का बेस बहुत ही मजबूत है। इसलिए इस मंदी का असर हमारे देश पर नहीं पड़ेगा। हम इस मंदी से आसानी से उबर जाएंगे। उन्होंने कहा कि 2008 में आई मंदी का भारत ने बाखूबी सामना किया था। हम इस मंदी के लिए भी तैयार हैं।