कैग ने उठाए रेलवे के तत्काल टिकट बिक्री पर सवाल
सीएजी ने आज संसद के मानसून सत्र में एक रिपोर्ट पेश कर रेलवे के तत्काल टिकट प्रणाली में हो रहे घोटाले को उजागर किया है। अपनी रिपोर्ट में सीएजी ने कहा है कि बुकिंग करने वाली साइट आईआरसीटीसी के सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी करके एजेंट धांधली करते हैं। यह घोटाला बहुत बड़े स्तर पर किया जा रहा है। इसमें हर दिन करोड़ों के वारे न्यारे किए जा रहे हैं। इंटरनेट पर तत्काल टिकटों की बुकिंग सुबह 8 बजे से लेकर सुबह 11 बजे तक होती है।
यह पहला मामला है जब टिकटों की धांधली के बारे में संसद में कोई रिपोर्ट पेश की गई हो। तत्काल टिकटों के इस घोटाले में दलाल और एजेंट एक सॉफ्टवेयर कंपनी के सॉफ्टवेयर सॉफ्ट वेली ट्रेवल ई सॉल्यूशन का इस्तेमाल किया जा रहा है। दलाला इस कंपनी के सॉफ्टवेयर से तत्काल टिकटों की बिक्री के लिए निर्धारित समय के बाद या पहले भी बुकिंग होती है। ऐसी उम्मीद है कि टिकटों के इस फर्जीवाड़े में रेलवे के बड़े अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं।
सीएजी ने आम इंसान की जरूरत वाली तत्काल रेलवे टिकट बुकिंग में धांधली के मामले को संसद तक पहुंचा दिया है। अब देखना है कि सरकार इस मामले में क्या कार्रवाई कराती है। रेलवे की यह जो सेवा आम आदमी के लिए है इसका फायदा दलाल और अमीर आदमी कर रहे हैं। ऐसे में रेलवे कब तक अपनी आखें मूंदे इसका तमाशा देखता रहेगा।