छिन सकती है गद्दाफी की गद्दी
इन देशों में ब्रिटेन, फ्रांस और यूएस के विदेश मंत्री शामिल हैं। अरब देशों की तरफ से इनमें जॉर्डन, कुवैत और कतर शामिल हो रहे हैं।
नाटो के महासचिव अंदर्स फो रासमुसेन ने बुधवार को कहा था कि लीबिया में निरंकुश शासन को खत्म करने की तैयारी पूरी हो चुकी है। हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया कि गद्दाफी की विदाई कितने दिन में होगी। लेकिन जल्द ही लीबिया को गद्दाफी से मुक्ति मिल सकती है।
पिछले कुछ दिनों से पश्चिमी देश लगातार लीबिया पर हमले करते रहे हैं। गद्दाफी ने तब दम भरते हुए कहा था कि कोई भी माई का लाल उन्हें हरा नहीं सकता है। वे अपने देश के लिए आखिरी सांस तक लड़ते रहेंगे।
गद्दाफी की निरंकुशता के खिलाफ वहां की जनता ने भी लंबा विरोध किया था। गद्दाफी ने सेनाबल का इस्तेमाल कर इस विरोध को दबाने की भी कोशिश की थी। विश्व जगत में उनकी इन नीतियों का विरोध भी हुआ था। इसके बाद नाटो ने लीबिया को गद्दाफी की निरंकुशता से मुक्त कराने का फैसला किया था।