मुलायम सिंह की पार्टी में महिलाएं उपेक्षित
वहीं आरोप है कि पार्टी ने कई ऐसे प्रत्याशी भी चुनाव में उतरे हैं जो जो अपराधी पृष्ठिभूमि से हैं तथा उन पर कई आरोप भी लग चुके हैं। समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव का दावा रहा है कि उनकी पार्टी किसी भी कीमत पर अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति को प्रत्याशी नहीं बनायेगी। राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने व अपराधी प्रवृत्ति को टिकट न दिये जाने की वकालत करने वाली पार्टी की कथनी व करनी में कितना फर्क रहा है यह इसी से जाहिर है कि सपा द्वारा अब तक विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की दो सूची जारी हो चुकी है।
जारी 212 प्रत्याशियों में मात्र सात-आठ प्रतिशत ही महिलाएं रहीं वह भी अधिकतर सुरक्षित सीट के कारण। इसको लेकर पार्टी की महिला कार्यकर्ता भी आक्रोशित है। उनका कहना है कि महिलाओं की राजनीति करने में माहिर समाजवादी पार्टी में ही महिलाएं उपेक्षित हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में बाजी मारने की कोशिश में जुटी सपा को महिलाओं प्रत्याशियों पर भरोसा नहीं रहा। महिला कार्यकर्ता का यहां तक कहना है कि समाजवादी पार्टी राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की वकालत तो पुरजोर करती रही है, लेकिन चुनाव में यह पार्टी महिलाओं पर भरोसा नहीं कर सकी।
गत आठ अप्रैल को पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए 165 प्रत्याशियों की पहली सूची में जारी की गयी थी, जिसमें मात्र दस महिलाएं ही शामिल हैं। वहीं पार्टी ने 22 अप्रैल को 47 प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें भी महिलाओं की उपेक्षा साफ दिखी, इसी सूची में पांच महिलाओं को ही प्रत्याशी बनाया गया। वहीं इन दोनों सूचियों से सपा के अपराधी पृष्ठिभूमि से दूर रहने के दावे की भी पोल खुल गयी। इन सूचियों में तमाम ऐसे लोग है, जो अपराधी प्रवृत्ति से ताल्लुक रखते हैं। अब देखना है यह कि सपा अगली सूची में अपने इस दावे को कितना अमली जामा पहना पाती है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव नें यह सूची जारी करते हुए कहा कि अगली सूची में महिलाओं की संख्या बढ़ सकती है।