मनमोहन पाकिस्तान की रणनीति पर करजई को करेंगे आगाह
करजई गुरुवार को ऊर्जा और संसाधन संस्थान (टीईआरआई) द्वारा आयोजित दिल्ली सतत विकास सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करेंगे। इसके बाद वह प्रधानमंत्री आवास पर उनसे व्यापक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
समझा जाता है कि प्रधानमंत्री करजई के साथ वार्ता में अफगानिस्तान में तथाकथित उदार तालिबान के एकीकरण को लेकर जारी संवाद पर भारतीय आशंकाओं को दोबारा उठाएंगे।
भारत की यह आशंका खासकर पाकिस्तान द्वारा अपने कूटनीतिक फायदे के लिए एकीकरण की प्रक्रिया को प्रभावित करने के प्रयासों से उत्पन्न हुई है।
जानकार सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री करजई से यह आश्वासन मांग सकते हैं कि उनकी सरकार आतंकवादियों से अपना सम्बंध पूरी तरह खत्म करने वाले और अफगानिस्तान के संविधान को स्वीकार करने वाले तत्वों के साथ ही केवल वार्ता करेगी।
इसके अलावा दोनों पक्ष अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों को नियोजित चरणबद्ध तरीके से हटाए जाने के परिप्रेक्ष्य में सुरक्षा स्थिति पर चर्चा कर सकते हैं। अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों की वापसी जुलाई से शुरू होनी है।
प्रधानमंत्री अफगानिस्तान में विकास योजनाओं में लगे करीब 4000 भारतीयों की सुरक्षा में उठाए गए कदमों की समीक्षा करने का भी अनुरोध कर सकते हैं।
करजई राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील से भी मिलेंगे। इसके बाद वह गुरुवार शाम म्यूनिख के लिए रवाना हो जाएंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।