पाकिस्तान : सिंध और बलूचिस्तान में बाढ़ ने तबाही फैलाई (राउंडअप)
रविवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी से मुलाकात करके बाढ़ से हुए नुकसान के मुद्दे पर बातचीत की।
पाकिस्तान में आई भयंकर बाढ़ में 1,600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 1.4 करोड़ लोग इससे प्रभावित हुए हैं। रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि बाढ़ के चलते देश को 250 अरब रुपये का नुकसान हुआ है।
सिंध प्रांत के जैकोबाबाद जिले में बाढ़ आ गई है, राष्ट्रीय राजमार्ग और बड़ी सड़कों के क्षतिग्रस्त होने की वजह से प्रांत का देश के बाकी हिस्से से संपर्क टूट गया है।
बाढ़ का पानी कई गांवों में घुस गया है और परिवहन व्यवस्था के अभाव में प्रभावित लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस इलाके में मौजूद बैराज और बांधों के ऊपर से पानी बह रहा है। बाढ़ के पानी के तेज बहाव के कारण प्रांत को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले रेल मार्गो के कुछ हिस्से बह गए हैं।
बलूचिस्तान प्रांत में मुजफ्फराबाद जिला प्रशासन ने लोगों से सिंध नदी का पानी तटबंधों में भर जाने की वजह से ऊंचाई वाले स्थानों पर जाने को कहा है। पुलिस लाउडस्पीकर के द्वारा लोगों को इसके बारे में सूचना दे रही है और उन्हें सुरक्षित जगहों पर जाने को कह रही है।
मिट्टी के बने हुए घर गिर गए हैं और लोग प्रशासनिक इमारतों की छतों पर शरण लिए हुए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार सिंध में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है सिंचाई विभाग के अधिकारी देर शुक्रवार से बाढ़ वाले पानी को दूसरे रास्ते से निकालने की कोशिश में लगे हैं। अधिकारी जैकोबाबाद जिले और प्रांत के अन्य हिस्सों को सुरक्षित बचाने के लिए पानी को जफ्फराबाद की तरफ मोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकारी पुलिस बल और अन्य मशीनरियों की भी मदद ले रहे हैं, लेकिन जफ्फराबाद के उपायुक्त ने इसका विरोध किया है और इसे रोकने को कहा है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून से मुलाकात के दौरान गिलानी ने उन्हें बताया कि देश में बाढ़ से प्रभावित हुए लाखों लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सभी राजनीतिक दल तैयार हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बाढ़ से विस्थापित हुए लोगों को खाना, दवाई और शिविरों की बेहद जरूरत है।
गिलानी ने कहा महामारियों को रोकना सबसे बड़ी चुनौती है। दो सप्ताह पहले आई बाढ़ के बाद उत्तर पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में हैजा फैलने की खबर है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने वैश्विक समुदाय से पाकिस्तान में आपात जरूरतों के प्रति सचेत रहने को कहा है।
इससे पहले पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने देश के 64वें स्वतंत्रता दिवस के दिन बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया और बाढ़ पीड़ितों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की।
जरदारी ने खबर पख्तूनख्वा प्रांत में डेरा इस्माइल खान और नौशेरा का दौरा किया तथा उसके बाद वह अपराह्न् में दक्षिणी पंजाब के मुजफ्फरगढ़ पहुंचे। जरदारी ने कहा था कि बाढ़ से आई तबाही सरकार के लिए और पूरे देश के लिए एक परीक्षा की घड़ी है। उन्होंने कहा कि देश के पास पर्याप्त खाद्यान्न भंडार है और इस चुनौती से निपटने के लिए सब कुछ किया जाएगा।
प्रधानमंत्री गिलानी ने नौशेरा का दौरा किया और खबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री अमीर हैदर होती को बाढ़ प्रभावितों के लिए पांच करोड़ रुपये का चेक प्रदान किया। गिलानी ने अपने कैबिनेट सहयोगियों व विस्थापितों के साथ रोजा खोला और बच्चों को उपहार भेंट किए।
इसके पहले सरकार व विपक्ष की एकता प्रदर्शित करते हुए गिलानी और पीएमएल(एन) के नवाज शरीफ ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और विस्थापितों के पुनर्वास के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लिया।
दोनों नेताओं ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से प्राप्त होने वाली सहायता का स्वागत किया, लेकिन कहा कि इसके लिए किसी के सामने भीख का कटोरा नहीं फैलाया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।