30 करोड़ रुपये से बना देश का सबसे महंगा 'प्रार्थनागार'
स्वामी जना ननमा जनना तपस्वी ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि इस प्रार्थनागार की ऊंचाई 91 फीट है और इसका नाम 'परनाशाला' रखा गया है। इसे आश्रम के संस्थापक और दिवंगत नवज्योतिश्री करुणाकर को समर्पित किया गया है।
स्वामी ने कहा, "प्रार्थनागार को सफेद रंग के संगमरमर से कमल के आकार का बनाया गया है। राष्ट्रपति यहां एक महीने तक चलने वाले समारोह की शुरुआत भी करेंगी।"
प्रार्थनागार कुआलालंपुर से 21 किलोमीटर दूर स्थित है। सभागार के संरचनात्मक आकार में कमल की भांति 24 पंखुड़िया भी बनाई गई और इसे बनाने में दस वर्ष का समय लगा है।
प्रार्थनागार की परियोजना के प्रमुख श्रीकुमारन नायर ने बताया कि इस कमल की एक पंखुड़ी को तैयार करने में छह महीने का समय लगा जबकि संगमरमर का पत्थर लगाने में तीन साल लग गए।
गौरतलब है कि प्रार्थनागार की डिजाइन और निर्माण का काम शिस्यापूजिथा जननी अमृथा जनना तपस्वनी के दिशा निर्देश पर किया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।