ज्ञानेश्वरी रेल हादसे में 8वां संदिग्ध गिरफ्तार (लीड-1)
गिरफ्तार लक्ष्मण महतो जो पुलिस संत्रास विरोधी जनसाधारण कमेटी (पीसीपीए) का नेता है, उसे शनिवार की रात पश्चिमी मिदनापुर जिले के झारग्राम से गिरफ्तार किया गया। उस पर आरोप है कि उसने कथित तौर पर रेलवे की पटरी में लगी पेंड्रोल क्लिप्स खोल दी थी, जिस वजह से ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई।
पुलिस महानिरीक्षक (पश्चिमी रेंज) जुल्फिकार हसन ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "पुलिस के दल ने उसे झारग्राम जिले से शनिवार रात गिरफ्तार किया।"
उन्होंने कहा कि उसे रविवार को अतिरक्त न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया। इसके बाद उसे 10 दिनों के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के हवाले कर दिया गया।
लक्ष्मण उर्फ धुन माणिकपाड़ा के क्षुमगारा का रहने वाला है। इससे पहले पुलिस ने उसे एक जुलाई को हथियारों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। वह जमानत मिलने के बाद रिहा होकर 30 जुलाई को अपने घर आया था।
बचाव पक्ष के वकील कौशिक सिन्हा ने बताया, "लक्ष्मण को 29 जुलाई को जमानत दी गई और वह 30 जुलाई को रिहा हुआ।"
उन्होंने बताया, "लक्ष्मण को शनिवार रात उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के माणिकपाड़ा स्थित कैंप के पास से गुजर रहा था।"
इस मामले में इससे पहले दो प्रमुख आरोपियों मानिक महतो और बापी महतो की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। दो अन्य आरोपी उमाकांत महतो और असित महतो अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बचे हुए हैं।
सीबीआई ने दोनों की गिरफ्तारी के संबंध में सूचना देने वालों के लिए एक-एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।