'पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं अमित शाह' (राउंडअप)
अधीक्षक अमिताभ ठाकुर के नेतृत्व वाली तीन सदस्यीय सीबीआई की टीम ने साबरमती जेल में शाह से पूछताछ शुरू की। टीम ने शाह के व्यवहार को उद्दंड सरीखा बताया।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले शाह जांच दल को सहयोग करने की मन:स्थिति में नहीं दिखे। उनके जवाब अस्पष्ट थे और याद नहीं आने का बहाना बनाकर सवालों को वह टालते रहे।
सूत्रों ने बताया कि शाह न अधिकांश सवालों में जवाब में यही बातें कही, "मैं उन जगहों पर कभी नहीं गया" या "मुझे याद नहीं है।"
शाह पर सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ में शामिल पुलिसकर्मियों से लगातार संपर्क में रहने का भी आरोप है।
गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते पर आरोप है कि उसने सोहराबुद्दीन की हत्या अहमदाबाद के निकट लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियां चलाने के आधार पर की। वह 26 नवंबर, 2005 में मुठभेड़ में मारा गया था। उसकी पत्नी कौसरबी भी तभी से लापता है।
शाह को गत रविवार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। विशेष अदालत ने सीबीआई के दल को जेल में पूछताछ पूरी करने के लिए तीन दिन का समय दिया है। पूछताछ सुबह 9.30 से शाम 5.30 के बीच की जा सकती है।
लोकमान्य तिलक बैरक में पूछताछ के दौरान दो वीडियोग्राफर, एक वकील और जेल अधीक्षक भी मौजूद थे। सीबीआई के दल ने शाह के लिए 32 सवाल तैयार किए हैं।
एक अधिकारी के अनुसार सीबीआई ने पूर्व मंत्री से पूछने के लिए 32 सवाल तैयार किए हैं। उम्मीद है कि उनके जवाबों से उपजने वाले कुछ अनुपूरक प्रश्न भी उनसे पूछे जा सकते हैं।
इससे पहले वह सम्मन भेजे जाने के बावजूद सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए थे। उन्हें इसी मामले की वजह से मंत्री पद से भी इस्तीफा भी देना पड़ा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।