अर्जुन ने मीडिया को किया नजरअंदाज, पार्टी नेताओं से मिले
नई दिल्ली, 14 जून (आईएएनएस)। इस बात के पुख्ता संकेत मिल रहे हैं कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता अर्जुन सिंह अपने आवास के अंदर हैं और वे लोगों से मिल रहे हैं, लेकिन भोपाल गैस त्रासदी मामले पर फैसला आने के एक हफ्ते बाद भी मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का मीडिया कर्मियों को नजरअंदाज करना सोमवार को भी जारी रहा।
17, अकबर रोड बंगले के मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षाकर्मी ने कहा, "हमें निर्देश मिला है कि मीडिया को अंदर मत आने दो। जब साहब बात करना चाहेंगे, तब आप लोगों को बता दिया जाएगा।" यह बंगला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास से महज आधे किलोमीटर की दूरी पर है। अर्जुन सिंह के आवास पर सुरक्षा व्यवस्था कई स्तरों की है। बंदूकधारी अर्धसैनिक जवान और सफारी-धारी लोग वहां तैनात हैं।
अस्सी के दशक में पंजाब में जब उग्रवाद जब अपने चरम पर था तब उन दिनों पंजाब के राज्यपाल थे। उस दौरान उन्हें भारी सुरक्षा दी गई थी। उनके घर के बाहर नामपट्टी पर चार भाषाओं- अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू और पंजाबी में उनका नाम लिखा लिखा है- अर्जुन सिंह, सांसद (राज्यसभा)।
आवास के बाहर काफी संख्या में ओ.बी. वैन मौजूद थे। मीडियाकर्मी फोन पर बगल के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दफ्तर से ताजा जानकारी भी ले रहे थे। टी.वी. जत्थे के एक सदस्य ने कहा, "पिछले एक हफ्ते से हमारी ड्यूटी इस आवास के बाहर लगाई गई है। इंतजार में हैं कि अर्जुन सिंह निकलें और हम उनका बयान लें।"
जब भोपाल के कांग्रेस कार्यकर्ता महादेव सिंह उस आवास से निकले, मीडियाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया। महादेव ने कहा, "मैं आपके सवालों का जवाब नहीं दूंगा।" यह पूछने पर कि वह अर्जुन सिंह से मिले थे, उन्होंने कहा, "मैं कुछ नहीं बताऊंगा, आप लोग प्रेस के आदमी हैं, आप मुझसे बेहतर जानते हैं।"
उसी समय मध्यम दर्जे के नेताओं की गाड़ियों का काफिला आवास से निकला और चला गया।
दूसरी ओर, भोपाल में उनकी बेटी वीणा सिंह ने पिता की चुप्पी पर सफाई दी, "अर्जुन सिंह कोई नौसिखिया राजनेता नहीं हैं कि उनकी बेटी को उन्हें सिखाने की जरूरत पड़ेगी कि उन्हें कब और क्या बोलना चाहिए।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।