गिरफ्तार करने आए 8 पुलिसवालों को भीड़ ने जमकर पीटा
पुलिस ने बताया कि चण्डीगढ़ के मौली जागरण इलाके में दम्मा और रणजीत नाम के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के लिए तीन उप-निरीक्षक, एक सहायक उप-निरीक्षक और चार सिपाही गए थे।
इन दोनों पर आरोप है कि इन्होंने पिछले महीने मौली जागरण के भीड़भाड़ वाले बाजार में दो पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी थी। पुलिस बल को इस गिरफ्तारी अभियान में बुरी तरह पिटाई खानी पड़ी। दम्मा और रणजीत के साथ-साथ उनके रिश्तेदारों ने उनकी जमकर पिटाई की।
जख्मी पुलिकर्मी शेर सिंह ने कहा,"हम दम्मा और रणजीत को गिरफ्तार करने गए थे। जब हमने दरवाजा खटखटाया तो घर की बालकनी में से महिलाओं ने पत्थर, ईंट, पानी और बर्तन फेंकने शुरू कर दिए।"
उन्होंने बताया, "जल्द ही घर के पुरुष सदस्य और पड़ोसी भी उनका साथ देने लगे। हम लोगों को जवाबी कार्रवाई करने का मौका ही नहीं मिल पाया। हमें अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागना पड़ा। उन्होंने हमारे वाहनों में आग लगा दी और दस्तावेज को आग के हवाले कर दिया।"
इस घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में 100 पुलिसकर्मी रात के दौरान उन्हें गिरफ्तार करने पहुंचे, लेकिन दम्मा के घर कोई नहीं मिला।