चीन में टैगोर की प्रतिमा का अनावरण करेंगी प्रतिभा (लीड-1)
पाटील टैगोर की प्रतिमा का अनावरण रविवार को शंघाई स्थित माओ मिंग मार्ग पर करेंगी। इसके लिए चीनी राष्ट्रपति हू जिंताओ ने उन्हें आमंत्रित किया है। उनकी चीन यात्रा दोनों प्रमुख एशियाई देशों के बीच वैदेशिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
राष्ट्रपति पाटील की यह यात्रा इस दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है कि भारत ने टैगोर की 150वीं जयंती समारोहों का आयोजन शुरू किया है, जो वर्ष भर चलेगा।
भारतीय कवि व दार्शनिक टैगोर को 1923 में बीजिंग लेक्चर एसोसिएशन ने चीनी बुद्धिजीवियों को संबोधित करने के लिए बुलाया था। हालांकि उस दौरान एसोसिएशन के अध्यक्ष लियांग किशाओ, छात्र संगठनों व कुछ उग्र वामपंथी नेताओं ने टैगोर के आगमन का विरोध किया था।
इस बीच, राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील छह दिन के चीन दौरे के सिलसिले में बुधवार को बीजिंग पहुंच गईं। इस दौरान वह हू जिंताओ से मुलाकात करेंगी। इसके अलावा भारतीय शैली में बना बौद्ध मंदिर का उद्घाटन करेंगी व शंघाई में चल रही विश्व प्रदर्शनी भी देखेंगी।
उनका विशेष विमान शाम छह बजे बीजिंग हवाई अड्डे पर उतरा, जहां चीन के सहायक विदेश मंत्री हू झेंग्यू ने उनकी अगवानी की।
पाटील बीजिंग के अलावा शंघाई व लुयोयांग का भी दौरा करेंगी। 26 से 31 मई के दौरान वह बीजिंग में गुरुवार को चीनी राष्ट्रपति हू जिंताओ से मुलाकात करेंगी। द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों क्षेत्रीय मसलों व अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि इससे हाल के दिनों में सीमा विवाद को लेकर बढ़े तनाव में कमी आएगी व दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों में सुधार आएगा।
इंडो-एशियन नयूज सर्विस।