खाद्य महंगाई दर बढ़कर 16.49 प्रतिशत हुई
पिछले सप्ताह खाद्य महंगाई की दर 16.44 प्रतिशत थी, 24 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में खाद्य महंगाई दर 16.04 प्रतिशत थी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित आंकड़ों के अनुसार खाद्य महंगाई बढ़ी है जबकि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान इस समूह का सूचकांक थोड़ा गिरा है।
प्राथमिक वस्तुओं का सूचकांक पिछले हफ्ते के 16.74 प्रतिशत की तुलना में 16.19 प्रतिशत था। आठ मई को समाप्त हुए सप्ताह में ईंधन की कीमतों में 12.33 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
कुछ आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में 52 हफ्ते की अवधि में आया बदलाव निम्नलिखित है :
-दालें : 33.65 प्रतिशत
-दूध : 21.12 प्रतिशत
-फल : 17 प्रतिशत
-चावल : 7.72 प्रतिशत
-अनाज : 6.37 प्रतिशत
-गेहूं : 474 प्रतिशत
-आलू : (-)30.36 प्रतिशत
-प्याज : (-)16.01 प्रतिशत
अप्रैल माह में महंगाई की दर 9.59 प्रतिशत थी।
सरकार, किसानों और उपभोक्तओं को उम्मीद है कि इस वर्ष मानसून बेहतर रहेगा। पिछले वर्ष मानसून कमजोर था।
देश की 60 प्रतिशत से अधिक कृषि जमीन में उपज वर्षा पर निर्भर है और मानसून की अनाज उत्पादन और आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका है।
केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने मानसून के महत्व को रेखांकित करते हुए हाल ही में कहा कि मानसून देश का 'वास्तविक वित्त मंत्री' है।
भारतीय मौसम विभाग ने जून-सितंबर के दौरान मानसून के सामान्य रहने की भविष्यवाणी की है। इस वर्ष पिछले 50 वर्षो के औसत के 98 प्रतिशत बारिश होने की उम्मीद है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।