महिलाओं को गर्भवती होने से रोक सकता है वायु प्रदूषण
वेबसाइट 'टेलीग्राफ डॉट को डॉट यूके' के मुताबिक प्रजनन विशेषज्ञों के एक दल ने अमेरिका के विभिन्न अस्पतालों में 7,000 महिलाओं के अंडाणुओं की कृत्रिम परिस्थितियों में शुक्राणु से निषेचन प्रक्रिया का अध्ययन किया। शोधकर्ताओं ने वर्ष 2000 से 2007 तक सात साल तक किए गए इस अध्ययन के परिणामों का विश्लेषण किया था।
पेंसिलवेनिया के 'पेन स्टेट कॉलेज ऑफ मेडीसिन' के शोधकर्ता डॉ. डुएनपिंग लियाओ का कहना है, "कई अध्ययनों में वायु प्रदूषण और मानव स्वास्थ्य, मृत्यु, हृदय संबंधी बीमारियों और अन्य बीमारियों के बीच एक संबंध स्थापित किया गया है।"
उन्होंने कहा कि शोधकर्ताओं ने वायु प्रदूषण और सूजन व रक्त के थक्का जमने के बीच महत्वपूर्ण संबंध स्थापित किया है।
उन्होंने कहा कि ये कारक प्रजनन स्वास्थ्य से भी संबद्ध होते हैं।
शोधकर्ताओं ने अंडाणु और शुक्राणु की निषेचन प्रक्रिया और इसके बाद की गर्भावस्था पर प्रदूषण का प्रभाव प्रतिदिन देखा था।
लियाओ ने कहा कि मां के शरीर से बाहर अंडाणु और शुक्राणु के निषेचन में लंबा समय लगता है इसलिए वायु प्रदूषण के निषेचन, गर्भावस्था और प्रसव पर प्रभाव का अध्ययन किया जा सकता है। इस तरह से मानव प्रजनन पर वायु प्रदूषण के प्रभाव का अध्ययन किया जा सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।