दक्षिण भारत भी लेगा शाही लीची का स्वाद
पटना, 10 मई (आईएएनएस)। पिछले वर्ष नई दिल्ली में लगे 'संगम मेले' में बिहार की शाही लीची ने सबका मन मोह लिया था तो इस वर्ष बिहार के मुजफ्फरपुर की शाही लीची का स्वाद दक्षिण भारत के लोग चखेंगे। इसके लिए तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं।
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड द्वारा बेंगलुरू में 28 से 30 मई तक प्रस्तावित 'संगम मेला 2010' में बिहार की शाही लीची भी भेजी जाएगी। राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर के निदेशक डॉ़ क़े क़े कुमार ने बताया कि इसका उद्देश्य दक्षिण भारत के लोगों को भी बिहार की खासकर मुजफ्फरपुर की शाही लीची के विशिष्ट स्वाद से रूबरू कराना है।
उन्होंने कहा कि इसकी तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि हालांकि इस वर्ष मौसम के प्रतिकूल होने के कारण लीची की पैदावार में कमी की आशंका है परंतु बेंगलुरू में बड़ी मात्रा में लीची भेजी जाएंगी। इसके लिए लीची बागानों के चयन की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।
इधर, लीची उत्पादक अब अपनी लीची बाजार में लाने को लेकर उत्सुक हैं। उत्पादकों का कहना है कि लीची 15 से 20 दिनों के अंदर बाजार में आ जाएगी।
मुजफ्फरपुर के मीनापुर के लीची व्यवसायी सुबोध कुमार बताते हैं कि शाही लीची तो 20 मई के बाद ही बाजार में आएगी। वह कहते हैं कि 20 मई के बाद ही लीची का विशिष्ट स्वाद आता है और इसके बाद ही इस लीची में सुगंध, रस, गुदा की भरपूर मात्रा मिलेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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