शंघाई एक्सपो में आइंस्टीन की पांडुलिपि
बीजिंग, 7 मई (आईएएनएस)। अल्बर्ट आइंस्टीन के सापेक्षता के सिद्धांत की मूल पांडुलिपि शंघाई वर्ल्ड एक्सपो के इजरायली मंडप में प्रदर्शन के लिए रखी गई है। दो पृष्ठों की इस पांडुलिपि पर खुद आइंस्टीन ने सापेक्षता का सिद्धांत लिखा है।
इजरायल के 'नेशनल पेविलियन डे' के अवसर पर गुरुवार को आयोजित एक समारोह में इजरायली वित्त मंत्री युवेल स्टींट्ज ने इस दो पृष्ठ की पांडुलिपि के प्रदर्शन की घोषणा की।
ये दो पृष्ठ उन 46 पृष्ठों में से चुने गए हैं जिन पर आइंस्टीन ने सापेक्षता का सिद्धांत दिया था। इस सिद्धांत में ऊर्जा (ई), द्रव्यमान (एम) और प्रकाश के वेग (सी) के बीच संबंध बताया गया है। इस सिद्धांत के मुताबिक ऊर्जा, द्रव्यमान और प्रकाश के वेग के वर्ग के गुणनफल के बराबर होती है।
आइंस्टीन की पत्नी एल्सा ने 1925 में हिब्रू विश्वविद्यालय को 46 पृष्ठों की पांडुलिपि दान कर दी थी। इसके चार साल बाद आइंस्टीन को भौतिक विज्ञान को नोबेल पुरस्कार मिला था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।