एनटीपीसी का 10,000 मेगावॉट बिजली उत्पादन का लक्ष्य
फिलहाल इस क्षेत्र में कंपनी की बिजली उत्पादन क्षमता 5,460 मेगावॉट की है जबकि देश भर में कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता 31,704 मेगावॉट है।
कंपनी की योजना 11वीं पंचवर्षीय योजना (2007-12) के अंत तक 2,490 मेगावॉट और 12वीं पंचवर्षीय योजना (2012-17) के दौरान 8,350 मेगावॉट की अतिरिक्त उत्पादन क्षमता का विकास करना है।
एनटीपीसी के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (दक्षिण) ए. एन देव का कहना है, "12वीं पंचवर्षीय योजना के अंत तक दक्षिण भारत में कंपनी की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 15,300-16,300 मेगावॉट तक होने की संभावना है।"
उन्होंने कहा कि कर्नाटक के बीजापुर जिले के कुडगी में 16,900 करोड़ रुपये की लागत से 4,000 मेगावॉट का उच्च ताप विद्युत गृह लगाया जा रहा है। इस परियोजना के पहले और दूसरे चरण में 800-800 मेगावॉट बिजली का उत्पादन शुरू किया जाएगा।
चेन्नई के वेल्लूर ताप विद्युत गृह से 1,000 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होगा। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के सिमाद्री में भी उच्च ताप विद्युत गृह लगाया जा रहा है।
एनटीपीसी तमिलनाडु के मारक्कनम में भी उच्च ताप विद्युत गृह का निर्माण कर रही है जिसकी दो इकाइयों से 1,900-1900 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।