डेरा मुख्यालय में भगदड़, 5 महिलाओं की मौत (लीड-1)
अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ शुक्रवार तड़के उस समय मची जब श्रद्धालुओं को इस पंथ के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की ओर से प्रसाद व उपहार वितरित किए जा रहे थे।
सिरसा पुलिस के सुरक्षा प्रभारी कुलभूषण अरोरा ने आईएएनएस को बताया, "यह हादसा उस सयम हुआ जब भक्त सत्संग के बाद बाहर निकल रहे थे। भगदड़ में पांच महिलाओं की मौत हो गई। इनकी उम्र 50 से 60 साल के बीच थी।"
अरोरा ने कहा, "इस घटना की असली वजह का पता अब तक नहीं चल पाया है और इस बारे में जांच की जा रही है। परंतु ऐसा संभव है कि गर्मी में सभी लोग जल्द बाहर निकलने के प्रयास में रहे हों और इसी वजह से भगदड़ मच गई हो।"
इससे पहले पुलिस की ओर से कहा गया था कि आंधी आने के बाद सुरक्षित स्थान पाने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे और इसी ने भगदड़ का रूप ले लिया। यहां लगभग 100,000 लोग एकत्र हुए थे। घायलों में चार की हालत गंभीर हैं।
अधिकारी ने कहा, "अब स्थिति सामान्य है। पोस्टमार्टम के बाद सभी शव संबंधित परिवारों को सौंप दिए जाएंगे।"
उधर, डेरा के प्रवक्ता आदित्य इंसान ने दावा किया है कि सत्संग के इंतजामों में कोई कोताही नहीं बरती गई थी। उन्होंने कहा, "सत्संग गुरुवार रात 11 बजे से पहले खत्म हो गया था। परंतु बाद में भी कुछ श्रद्धालु अंदर रहे थे और यह दुखद हादसा हो गया। हमने पीड़ित परिवारों से संपर्क साधा है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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