आईएनएस शिवालिक नौसेना में शामिल
जलावतरण समारोह में एंटनी ने कहा, ' सशस्त्र बलों और पोत निर्माण उद्योग के लिए यह महत्वपूर्ण दिन है। हम खुद को शक्तिशाली कह सकते हैं। लंबी तटीय सीमा की वजह से नौसेना को सतर्क रहने की जरूरत है।''आईएनएस शिवालिक' का निर्माण मुंबई के माजागांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) ने किया है। युद्धपोत की लंबाई 143 मीटर है।
एमडीएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक वाइस एडमिरल (अवकाश प्राप्त) एच.एस.माल्ही ने कहा कि यह युद्धपोत नौसेना और एमडीएल के आपसी सहयोग का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि 'आईएनएस शिवालिक' के निर्माण से एमडीएल ने स्वदेशी युद्धपोत निर्माण के क्षेत्र में मानक स्थापित किया है।
'आईएनएस शिवालिक' भारतीय, रूसी, इजरायली और पश्चिमी देशों के हथियारों से लैस है। युद्धपोत के चालक दल में 250 सदस्य शामिल होंगे, जिसमें 35 अधिकारी होंगे। यह नौसेना का पहला युद्धपोत है, जिसमें चालक दल की महिला सदस्यों के लिए अलग कमरे हैं।
'आईएनएस शिवालिक' की तरह ही दूसरे युद्धपोत का जलावतरण वर्ष के अंत तक किया जाएगा। एक अन्य युद्धपोत का जलावतरण वर्ष 2011 में होगा। नौसेना के पास फिलहाल 130 युद्धपोत हैं।