नाराज हुए 'प्रणव दा'
एआईएडीएमके, बीजेपी और लेफ्ट पार्टियों के सदस्य हंगामा करते हुए दोनों सदनों में वेल में पहुंच गए। हालांकि वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने सदस्यों को आश्वासन दिया कि वित्त विधेयक पारित हो जाने के बाद सरकार 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन, फोन टैपिंग और आईपीएल विवाद के मुद्दे पर सदन में चर्चा कराएगी।
उत्तेजित सांसद राजा को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे। हंगामे के दौरान राजा दोनों ही सदनों में मौजूद नहीं थे। लेकिन डीएमके नेता टी. आर. बालू और उनके सहयोगियों ने राजा के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर लोकसभा में कड़ी आपत्ति जताई।
एआईएडीएमके और लेफ्ट के सदस्यों ने लोकसभा में आसन के सामने आकर नारेबाजी की। उनमें से कुछ सदस्य अखबार की प्रतियां भी लहरा रहे थे। वे इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के स्पष्टीकरण की मांग भी कर रहे थे। अखबार में छपी खबर में आरोप है कि सीबीआई के पास पक्के सबूत हैं कि कई पीआर कंपनियों की हेड नीरा राडिया ने करोड़ों रुपये के 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में मध्यस्थ की भूमिका निभाई है।