धोखाधड़ी के लिए अमेरिका में भारतीय को कैद
वाशिंगटन, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। अमेरिका में ऑनलाइन ब्रोकरेज खातों को हैक करके उनके माध्यम से फर्जी खरीद-फरोख्त के आरोप में एक भारतीय नागरिक को 81 महीने कैद की सजा सुनाई गई।
चेन्नई निवासी जैशंकर मारीमुथु (36 वर्ष) को हांगकांग में गिरफ्तार करने के बाद अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था। नेब्रस्का के अमेरिकी जिला अदालत न्यायाधीश लैरी स्मिथ ने मंगलवार को मारीमुथु को 24 लाख डॉलर का मुआवजा भी देने का आदेश दिया।
मारीमुथु ने शेयर धोखाधड़ी, कंप्यूटर धोखाधड़ी, पहचान चुराने के आरोपों को पांच फरवरी को नेब्रस्का के ओमहा में अमेरिकी जिला न्यायाधीश एफ.ए.गोसेट के सामने स्वीकार किया था।
न्यायालय के दस्तावेजों के अनुसार मारीमुथु भारत और थाईलैंड से फरवरी 2006 से दिसंबर 2006 तक संचालित एक षड्यंत्र का हिस्सा था, जिसमें अमेरिका के ब्रोकरेज खातों को हैक करके कम कीमत वाले शेयरों का मूल्य फर्जी तरीके से बढ़ा दिया जाता था।
हैक किए गए खातों का उपयोग अवैध ढंग से ऐसे ग्राहकों के नाम पर भारी मात्रा में शेयर खरीदने के लिए किया जाता था, जिन पर संदेह न हो।
मारीमुथु ने स्वीकार किया कि शेयरों की कीमत फर्जी खरीद-फरोख्त से कृत्रित तरीके से बढ़ाने के बाद उसे लाभ पर बेच दिया जाता।
अमेरिका की सात ब्रोकरेज फर्मो के 90 ग्राहक इस धोखाधड़ी के शिकार हुए। उपभोक्ताओं को करीब 25 लाख डॉलर का नुकसान हुआ।
मारीमुथु के सहआरोपी थिरुगननम रामनाथन (37 वर्ष) ने भी दो जून 2008 को अपना अपराध कबूल कर लिया। रामनाथन को हांगकांग में गिरफ्तार करने के बाद 25 मई 2007 को अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था। उसे दो वर्ष कैद की सजा दी गई और सजा पूरी करने के बाद वह भारत लौट गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।