कटौती प्रस्ताव पर सरकार के साथ माया
मायावती ने महंगाई के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार करार देते हुए कांग्रेस पार्टी को अपनी आर्थिक नीतियों में परिवर्तन लाने की नसीहत दी है। उन्होंने कहाकि उन्हें इस मुद्दे पर सरकार का विरोध करना चाहिए था मगर वो नहीं चाहतीं कि इस तरह सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता में आने का मौका मिल जाए।
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उन्होंने कहा "सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता में आने से रोकने के लिए बसपा कटौती प्रस्ताव के मसले पर केंद्र सरकार का समर्थन करेगी। हमारी पार्टी मतदान का बहिष्कार करेगी।" बसपा की ओर से समर्थन के ऐलान से सरकार को एक तरह से राहत मिली है क्योंकि लोकसभा में बसपा के 21 सांसद हैं।
गौरतलब है कि फ़ोन टैपिंग और आईपीएल के बाद विपक्षी दल सरकार को बजट में कटौती प्रस्ताव लाकर एक बार फिर घेरने की कोशिश में है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) कटौती प्रस्ताव का समर्थन कर रहा है। इस कटौती प्रस्ताव को एनडीए के घटक दलों के अलावा वामपंथी पार्टियों और सरकार का बाहर से साथ दे रहे कुछ दलों का भी समर्थन हासिल है।