लोकसभा में गतिरोध जारी, राज्यसभा दिन भर के लिए स्थगित (लीड-2)
विपक्षी दलों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। दो बार कार्यवाही स्थगित करने के बाद जब हंगामा नहीं थमा तो लोकसभा उपाध्यक्ष करिया मुंडा ने कार्यवाही छह बजे तक स्थगित कर दी।
सबसे पहले संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित की गई थी। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से आईपीएल और फोन टैपिंग विवाद का मुद्दा उठाया गया जबकि वामपंथी दलों, समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सदस्यों ने महंगाई का मुद्दा उठाया।
इस बीच, आईपीएल और फोन टैपिंग के मसले पर विपक्ष की ओर से संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा संसद के बाहर बयान देने पर भाजपा ने आपत्ति जताते हुए लोकसभा में मंगलवार को उन पर सदन की अवमानना का आरोप लगाया।
नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि वह समाचार पत्र में यह देखकर चौंक गईं कि प्रधानमंत्री ने भाजपा की मांग खारिज कर दी है। सदन में महंगाई को लेकर हो रहे हंगामे के बीच सुषमा ने कहा, "यह कोई सामान्य बात नहीं है। यह पूरे सदन का अपमान है।"
भाजपा और अन्य विपक्षी दलों के हंगामे के मद्देनजर लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही पहले 12 बजे तक स्थगित कर दी। कार्यवाही दोबारा आरंभ होने पर भी हंगामा जारी रहा। इस बीच कुमार ने सदस्यों को शांत कराने की कोशिश करती रहीं लेकिन हंगामा नहीं थमा। इस वजह से कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
उधर, लोकसभा की तरह राज्यसभा में भी इन्हीं मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया। सदन में सपा और राजद के सदस्यों ने 'जबसे कांग्रेस आई है, कमर तोड़ महंगाई है' जैसे नारे लगाए। हंगामा देख सभापति हामिद अंसारी ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी।
कार्यवाही फिर से शुरू होने पर विपक्ष ने इन मसलों पर हंगामा जारी रखा। भाजपा की नजमा हेपतुल्ला, वैंकेया नायडू और एस. एस. अहलूवालिया ने जेपीसी के गठन की मांग प्रधानमंत्री द्वारा खारिज किए जाने का मसला उठाया। आगे हंगामा बढ़ता इससे पहले ही उप सभापति के. रहमान खान ने सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।