पाकिस्तान ने दिया गिलानी-मनमोहन मुलाकात का संकेत
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने शुक्रवार को कहा, "प्रधानमंत्री दक्षेस देशों और पर्यवेक्षक देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। परियोजना आधारित विकास सहयोग को बढ़ाने के लिए पाकिस्तान पर्यवेक्षक देशों और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से दक्षेस के संपर्क के पक्ष में है।"
समाचार पत्र 'द न्यूज' ने शनिवार को कहा कि शिखर सम्मेलन के दौरान सदस्य देशों के प्रधानमंत्रियों से वार्ता की बात कहकर विदेश विभाग ने कुल मिलाकर पाकिस्तान और भारत के बीच शिखर बैठक की संभावना से इंकार नहीं किया है।
विदेश कार्यालय ने इससे पहले कहा था कि किसी भी देश ने मुलाकात के लिए आग्रह नहीं किया है लेकिन इसकी संभावना समाप्त भी नहीं हुई है और दक्षेस के दौरान दोनों पक्ष इसके लिए राजी हो सकते है।
विदेश कार्यालय के एक अधिकारी ने अखबार से कहा कि उन्हें भारतीय विदेश सचिव निरुपमा राव के इस बयान से बेहद हैरत हुई है कि प्रधानमंत्रियों की मुलाकात के संबंध में पाकिस्तान से कोई अब तक आग्रह नहीं मिला है।
अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान ने सबसे पहले न्यूयार्क और उसके बाद नई दिल्ली में 25 फरवरी को सार्थक द्विपक्षीय वार्ता की रूपरेखा पेश की थी। इसमें दक्षेस शिखर सम्मेलन से इतर दोनों प्रधानमंत्रियों की मुलाकात भी शामिल है और वह अभी तक भारत के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शुक्रवार को भारत से आग्रह किया कि वह शांति वार्ता बहाल करने के लिए पाकिस्तान की योजना पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दिखाए क्योंकि वार्ता नहीं होने से केवल आतंकवादियों और असामाजिक तत्वों को फायदा हो रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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