मानव तस्करों के चंगुल से 41 बच्चे मुक्त
जीआरपी ने खुफिया जानकारी के आधार पर गुरुवार रात अभियान चलाकर लखनऊ और कानपुर रेलवे स्टेशन पर बच्चों को मुक्त कराया। बच्चे बिहार के रहने वाले हैं और इन्हें आम्रपाली एक्सप्रेस से पंजाब ले जाया जा रहा था।
जीआरपी के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी)अरविंद कुमार जैन ने शुक्रवार को लखनऊ में संवाददाताओं से कहा कि बच्चे आम्रपाली एक्सप्रेस की अलग-अलग बोगियों में सवार थे।
जैन ने कहा कि लखनऊ रेलवे स्टेशन पर रेलगाड़ी की छानबीन के दौरान 33 बच्चों को मुक्त कराया गया, जबकि बाकी आठ बच्चे कानपुर रेलवे स्टेशन पर मुक्त कराए गए। अधिकतर बच्चे 14 साल से कम उम्र के हैं।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार सात व्यक्ति उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चमि बंगाल के रहने वाले हैं। प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे बच्चों को बाल मजदूरी के लिए पंजाब ले जा रहे थे।
इन बच्चों को बाल अधिकारों और उनकी सुरक्षा के लिए काम करने वाले संगठन 'चाइल्ड लाइन' के सुपुर्द कर दिया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।