आतंकवादी संगठन ने पाक विस्फोटों की जिम्मेदारी ली
पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर शहर कोहाट में शनिवार को विस्थापितों के लिए बनाए गए शिविर के निकट दो विस्फोट हुए थे, जिसमें कम से कम 41 लोग मारे गए और 64 घायल हो गए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार 'लश्कर-ए-झांगवी अल अलमानी' के प्रवक्ता सलमान हैदर ने विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है। शिविर में दो विस्फोट 10 मिनट के अंतराल पर हुए थे। पुलिस का कहना है कि जब पहले विस्फोट के बाद लोग राहत और बचाव कार्य के लिए शिविर में पहुंचे तभी दूसरा विस्फोट हो गया।
जिस शिविर में विस्फोट हुआ उसका नाम 'कच्चा पक्का' है और यह कोहाट से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर है। पुलिस के एक प्रवक्ता फजल नईम ने बताया कि एक आत्मघाती हमलावर ने उस समय विस्फोट किया जब लोग सरकार द्वारा बांटे जाने वाले अनाज को लेने के लिए पंक्ति में खड़े थे।
यहां बचाव कार्य शुरू करने के सात मिनट बाद ही दूसरे आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर दिया। नईम ने कहा कि विस्फोटों में 41 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि दोनों हमलावरों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
कोहाट में एक सरकारी अस्पताल के चिकित्सक मुबाशीर खान का कहना है कि 41 लोगों की मौत हो गई और 64 जख्मी हुए हैं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि हताहतों में से ज्यादातर शिया मुसलमान हैं जो ओराकजई जिले में आतंकवादियों और सेना के बीच संघर्ष के चलते बेघर हो गए थे।
प्रवक्ता ने यह भी बताया कि दोनों हमलावरों के पास करीब आठ से 10 किलोग्राम तक विस्फोटक था।
पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कार्यो के समन्वयक मार्टिन मोगावान्जा ने दोहरे विस्फोट की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि हमले से राहत कार्य प्रभावित होता है।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि विस्फोटों की वजह से कोहाट जिले में विस्थापितों की सहायता के लिए किए जा रहे कामों को फिलहाल रोक दिया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।