कुंभ में मुसलमानों ने लगाए चिकित्सा शिविर
हरिद्वार (उत्तराखंड), 17 अप्रैल (आईएएनएस)। श्रद्धालुओं को आत्मिक तौर पर शांति देने वाले कुंभ मेले में उन्हें कई शारीरिक परेशानियां भी झेलनी पड़ती हैं। तीर्थयात्रियों की इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए हिंदुओं के साथ मुसलमानों का एक समूह भी यहां चिकित्सा शिविर चला रहा था।
श्रद्धालुओं का इलाज करने वाले कई चिकित्सकों में से एक अजीम मीर खान कहते हैं, "हमने दो दिनों में करीब 2,000 लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई।" खान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व छात्रों के एक समूह 'सर सैयद फोरम' द्वारा लगाए गए शिविर में शामिल थे। हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच एकता और बंधुत्व बढ़ाने के मकसद से यह शिविर चलाया गया था।
खान ने बताया कि शिविर में लोग कई तरह की स्वास्थ्यगत परेशानियां लेकर आए थे। उन्होंने कहा, "हमारे पास आपातकाल में दी जाने वाली दवाओं का अच्छा संग्रह था जबकि कुछ दवाएं स्थानीय बाजार से भी ली गईं।"
कनखल के नजदीक सती कुंड मंदिर में बैसाखी और मेष संक्रांति के पवित्र अवसर पर दो दिन के लिए यह शिविर लगाया गया था। ये दोनों दिन कुंभ मेले में गंगा में स्नान करने के लिए पवित्र दिन माने जाते हैं।
चौदह व पंद्रह अप्रैल को घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी संख्या थी और इसी के साथ शिविर में भी काम ज्यादा था।
फोरम ने इसी तरह के दो अन्य शिविर हरिद्वार को जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर आयोजित किए थे। एक शिविर हरिद्वार से 53 किलोमीटर दूर पुरकाजी में 12-14 अप्रैल को आयोजित किया गया था। दूसरा शिविर हरिद्वार से सात किलोमीटर दूर स्थित भूमानंद तीर्थ चैरिटेबल अस्पताल में 15-16 मार्च को लगाया गया था।
फोरम के संयोजक सैयद हुसैन वहीद ने कहा कि सर सैयद अहमद खान और उनके अनुयायियों की शिक्षाओं को ध्यान में रखते हुए इन चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा कि सर सैयद अहमद खान का विश्वास था कि एकता और सद्भाव बढ़ाने के लिए सामाजिक और धार्मिक कार्यो में मिलजुलकर हिस्सा लेना चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।