भारतीय पादरी को हो सकती है जेल
इटली के कानून के अनुसार 14 साल से कम उम्र के बच्चे के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में छह से 12 साल तक की सजा का प्रावधान है।
भारत में तमिलनाडु के मदुरै से संबंध रखने वाले 40 वर्षीय इस पादरी का नाम डेविड बताया जा रहा है।
रोम के पूर्वोत्तर स्थित टेरामो कस्बे से गुरुवार को उसे कैद से रिहा कर दिया गया था। इसके बाद उसे किसी अज्ञात स्थान पर नजरबंद कर दिया गया।
टेरामो के उसके दोस्त और एक पादरी डेविड पैग्नोट्टेल्ला ने समाचार एजेंसी 'एकेआई' से कहा, "नजरबंदी से वह राहत महसूस कर रहा है।"
पैगनोट्टेल्ला ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि उसके मामले की अदालत में सुनवाई कब होगी।
उन्होंने कहा कि वह एक बड़ी दिक्कत का सामना कर रहा है क्योंकि उसे मामले की गंभीरता का अंदाजा है।
पैगनोट्टेल्ला ने कहा कि उसे भाषायी दिक्कत आ रही है इसलिए वह मानसिक रूप से ज्यादा पीड़ित है।
उन्होंने कहा कि सोमवार को भारत से लौटने के बाद उसकी अपनी बीमार मां के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है।
पादरी ने बुधवार को स्वीकार किया था कि वह 19 दिसंबर को एक लड़की के घर गया था और उसके साथ छेड़छाड़ की थी।
पादरी के वकील जियोवान्नी गेब्बिया का कहना है कि अमेरिका, जर्मनी, आयरलैंड, इटली और अन्य देशों में कैथोलिक चर्चो के पादरियों पर ऐसे आरोप लग रहे हैं। उनका मुवक्किल भी इसी का शिकार बन गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।