विश्वस्तरीय विनिर्माण केंद्र के लिए भारत चाहता है अमेरिकी निवेश
वाशिंगटन, 19 मार्च (आईएएनएस)। भारत ने अमेरिकी कंपनियों को आमंत्रित करते हुए कहा है कि वे यहां अर्थव्यवस्था की तेजी का लाभ उठाएं और बुनियादी सुविधाओं में ज्यादा से ज्यादा निवेश करके देश को विश्वस्तरीय विनिर्माण केंद्र बनाने में मदद करें।
अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) के एक कार्यक्रम में गुरुवार को भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने कहा, "हमारी सामरिक साझेदारी में परिपक्वता आने के साथ-साथ पिछले 20 सालों में दोनों देशों के बीच निवेश और व्यापार में भी काफी वृद्धि हुई है।"
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की इस साल होने वाली प्रस्तावित भारत यात्रा से पहले शर्मा ने दोनों देशों के निजी क्षेत्रों से साझेदारी स्थापित करने और नए उद्यम लगाने को कहा।
उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि भारत के निर्माण क्षेत्र में निवेश के लिए साझेदारी बने, जिससे देश को विश्वस्तरीय निर्माण केंद्र बनाने में मदद मिल सके।"
भारत सरकार नई विदेशी निवेश नीति दस्तावेज 31 मार्च को जारी करेगी और नई निर्माण नीति दस्तावेज के तहत 177 क्षेत्रों में नीतिगत घोषणाओं को मजबूत किए जाने का प्रावधान है।
शर्मा ने कहा कि अधिक विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए भारत राष्ट्रीय निवेश एवं निर्माण क्षेत्र की स्थापित कर रहा है। ऐसा पहला क्षेत्र राजस्थान में दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे के साथ स्थापित किया जा रहा है।
भारतीय राजदूत मीरा शंकर ने कहा कि पिछले साल नवंबर में भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की व्हाइट हाउस में मेजबानी करने वाले ओबामा इस साल गर्मियों में बरसात की शुरुआत में भारत की यात्रा कर सकते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।