इसरो परिसर में गोलाबारी गलतफहमी का नतीजा : मंत्री
मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा को इस मामले में पुलिस की जांच में हुई प्रगति का ब्योरा देने के बाद राज्य के गृह मंत्री वी.एस.आचार्य ने संवाददाताओं से कहा कि यह घटना गलतफहमी के कारण हुई मालूम होती है और इसे महत्व देने की आवश्यकता नहीं है।
बिलालू स्थित डीएसएन केंद्र पर तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के संतरी ने मंगलवार तड़के दो संदिग्धों पर आठ राउंड गोलियां चलाने का दावा किया। इस संतरी की पहचान जाधव के रूप में हुई है।
आचार्य ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और जाधव तथा अन्य सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ की।
पुलिस को संदिग्धों द्वारा की गई गोलीबारी के कोई प्रमाण घटनास्थल पर नहीं मिले। पुलिस जाधव द्वारा चलाई गई दो गोलियों के खोखे भी तलाश रही है। अभी तक केवल छह कारतूसों के खोखे घटनास्थल से बरामद हुए हैं।
आचार्य ने कहा कि राज्य सरकार ने घटना के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी है।
गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने नई दिल्ली में कहा कि यह गोलीबारी आतंकवादी हमला नहीं मालूम होती। इसरो केंद्र को कोई खतरा नहीं है।
इसरो ने चंद्रयान-1 से आंकड़े और चित्र हासिल करने के लिए वर्ष 2007 में इस केंद्र की स्थापना की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।