महिला ने इंटरनेट से रची आतंक फैलाने की साजिश
वाशिंगटन, 10 मार्च (आईएएनएस)। 'जिहाद जान' उपनाम की एक अमेरिकी महिला पर ई-मेल, यू ट्यूब वीडियो और नकली यात्रा दस्तावेज का इस्तेमाल करके दक्षिण एशिया और यूरोप में आतंकवादियों की मदद करने का आरोप है।
फिलाडेल्फिया में उसके खिलाफ चलाए जा रहे मुकदमे के अनुसार 46 वर्षीय कोलीन लारोज उर्फ फातिमा लारोज पर जिहाद के नाम पर आत्मघाती और अन्य आतंकवादी हमलों के लिए नेटवर्क स्थापित करने में मदद का आरोप है।
अधिकारियों ने कहा, "'जिहाद जान' उपनाम से मशहूर भूरे बालों वाली इस महिला की मंशा जिहाद छेड़ने की थी। उसे यह गलतफहमी भी थी कि वह कहीं भी जा सकती है और उसे पकड़ा नहीं जा सकता।
लास एंजेलिस टाइम्स के अनुसार, उसने एक ई-मेल में लिखा, "जिहाद के लिए जान देना और जान लेना बेहद गर्व की बात है। मैं अपने लक्ष्य के बेहद करीब हूं और केवल मौत ही मुझे उससे रोक सकती है।"
अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय के अनुसार महिला को 15 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था लेकिन उस पर मुकदमा चलाने के लिए अभी तारीख तय नहीं की गई है।
न्याय विभाग के एक बयान में कहा गया कि महिला और इंटरनेट पर निुयक्त पांच अन्य सहयोगी षडयंत्रकारियों की मंशा दक्षिण एशिया और यूरोप में जिहाद के नाम पर हिंसा फैलाने की थी। यह महिला उन्हें सहयोग देने के लिए पूरे यूरोप में कहीं भी जा सकती थी।
बयान में कहा गया है कि दोषी पाए जाने पर उसे आजीवन कारावास और 10 लाख डॉलर के जुर्माने की सजा हो सकती है।
इस षडयंत्र की शुरुआत जून 2008 हुई थी जब महिला ने जिहादजान नाम से यू ट्यूब पर एक संदेश लिखा जिसमें उसने कहा, "मैं किसी भी तरह मुसलमानों की मदद के लिए बेचैन हूं।" उसी साल दिसंबर में उसने षडयंत्रकारियों में एक को ई-मेल किया जिसमें उसने जिहाद के लिए खुद को शहीद करने की इच्छा जताई।
दूसरे षडयंत्रकारी ने जनवरी 2009 में उसे मेल करके अल्लाह के लिए वैसी ही प्रतिबद्धता जताई उसने लिखा, "मैंने दो बार प्रयास किया लेकिन असफल रहा, फिर भी मैं तब तक प्रयास करूंगा जब तक अल्लाह मेरे लिए यह रास्ता आसान नहीं बना देते।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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