काबुल से कोई भारतीय कर्मचारी वापस नहीं लौट रहा : कृष्णा (लीड-1)
कृष्णा ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम के मौके पर संवाददाताओं को बताया, "हम काबुल में अपने कर्मचारियों और अफगानिस्तान के अन्य क्षेत्रों में विभिन्न परियोजनाओं में कार्यरत भारतीयों के लिए सुरक्षा स्तर को बढ़ा रहे हैं।"
कृष्णा ने 26 फरवरी के हमले के बाद दूतावास के कुछ कर्मचारियों द्वारा जाहिर की गई सुरक्षा चिंताओं के संदर्भ में कहा, "मैं समझता हूं कि सुरक्षा चिंताओं के बारे में सार्वजनिक तौर पर इससे अधिक चर्चा नहीं की जा सकती।"
कृष्णा ने कहा कि यदि काबुल में कार्यरत भारतीय नागरिक सुरक्षा हालात को लेकर लगातार चिंतित रहते हैं तो उनका मंत्रालय उन्हें अनावश्यक लंबे समय तक वहां बने रहने के लिए उन पर दबाव नहीं डालेगा।
कृष्णा ने कहा, "पिछले वर्ष मेरे काबुल दौरे के दौरान मैंने कर्मचारियों से पूछा था कि क्या सुरक्षा कारणों से कोई वापस भारत जाना चाहता है। मुझे आश्चर्य हुआ कि किसी ने भी नहीं कहा कि वह वापस जाना चाहता है। यदि उनमें से कोई पारिवारिक मजबूरियों या स्वास्थ्य कारणों से वापस आना चाहता है तो हम उसके बारे में विचार करेंगे।"
अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान के लिए विशेष अमेरिकी दूत हॉलब्रुक के बयान के बारे में कृष्णा ने कहा, "हॉलब्रुक ने ठीक नहीं कहा था। और उन्होंने अपनी टिप्पणी पर सफाई दे दी है। हमें इस मामले को यहीं छोड़ देना चाहिए।"
कृष्णा ने हालांकि जोर देकर कहा कि काबुल से कोई वापस नहीं लौटना चाहता।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।