आश्रम भगदड़: प्रबंधकों और आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज
प्रतापगढ़ के अपर पुलिस अधीक्षक सत्यभूषण पाठक ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि आश्रम के आयोजकों और प्रबंधकों के खिलाफ देर रात गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया।
इससे पहले गुरूवार शाम उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पूरे मामले की जांच इलाहाबाद के मंडलायुक्त को सौंपते हुए उन्हें 24 घंटे के अंदर प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा था। माना जा रहा है कि इलाहाबाद के मंडलायुक्त शुक्रवार शाम तक जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप देंगे।
प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक महेश मिश्रा ने कहा आश्रम प्रशासन को इतनी भारी भीड़ को संभालने के लिए जो इंतजाम करने चाहिए थे, वैसा नहीं किया गया था। उन्होंने कहा किआश्रम की तरफ से लापरवाही हुई है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) बृजलाल ने संवादददाताओं को बताया कि गुरुवार को प्रतापगढ़ जिले के कुंडा के पास मनगढ़ में कृपालु महाराज के आश्रम स्थित मंदिर में उनकी पत्नी के श्राद्ध पर भंडारे का कार्यक्रम था, जिसमें लोगों को खाना खिलाया जा रहा था और कपड़े वितरित किए जा रहे थे। इस कार्यक्रम में करीब 8 से 10 दस हजार लोग एकत्रित हुए थे। आश्रम का मुख्य द्वार, जो कि काफी बड़ा और ऊंचा है, के गिरने से भगदड़ मच गई, जिसमें 37 बच्चे और 26 महिलाओं सहित कुल 63 लोग मारे गए।
उधर, राज्य सरकार के कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह ने 35 बच्चों और 26 महिलाओं (कुल 61) के मारे जाने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि 64 घायलों को इलाहाबाद और प्रतापगढ़ के अस्पतालों में भर्ती करवाया जिसमें से 36 को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। गंभीर रूप से घायल लोगों का उपचार चल रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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