बजट में सेज संबंधी चिंताएं दूर की गई : आनन्द शर्मा
आम बजट-2010-11 के निष्कषों पर मीडिया के साथ अनौपचारिक चर्चा के दौरान आनन्द शर्मा ने सूचित किया कि वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा था कि सरकार निवेशकों को आकर्षित करने तथा निर्यात एवं रोजगार बढाने के लिए सेज का विकास जारी रखने के वास्ते प्रतिबद्ध है।
निर्यात केन्द्रित इकाइयों को दी जा रही राहत जारी रखने पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब में आनन्द शार्मा ने कहा अगर कोई मसले हैं तो हम उनका आकलन करेंगे तथा यदि कोई गंभीर चिताएं हुई जिनके गंभीर दुष्परिणाम सामने आ सकते हैं, तो हम हमेशा उन्हें वित्त मंत्री के समक्ष रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि श्रम प्रधान इकाइयां संबंधी कुछ अन्य नीतिगत मसले भी शीघ्र हल किए जाएंगे।
नवम्बर 2009 से 13 महीनों के बाद पटरी पर लौटे निर्यात के बारे में मंत्री ने कहा कि निर्यात शिपमेंट से अंतिम राजकोषीय तिमाही में और योगदान मिलने की उम्मीद है। सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यमों के लिए बजट आबंटन को 1794 करोड़ रुपए से बढाघ्कर 2400 करोड़ रुपए कर दिया गया है।
सरकार का हथकरघा, कालीन, हैंडलूम और लघु एवं मझौले उद्यमों के लिए एक और साल तक 2 प्रतिशत ब्याज अनुदान जारी रखने का प्रस्ताव है। प्री-शिपमेंट निर्यात क्रेडिट में 2 प्रतिशत ब्याज अनुदान की योजना 31 मार्च 2010 को समाप्त होने वाली थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।