आम बजट प्रतिक्रिया : मोदी ने कहा, बजट में गुजरात की उपेक्षा
मोदी ने एक बयान जारी कर कहा, "यह बजट गरीब विरोधी, किसान विरोधी, युवा विरोधी, महिला विरोधी और दलित विरोधी है। इससे समाज के वंचित वर्ग को बहुत नुकसान पहुंचेगा।"
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में देश को विश्व की सर्वोच्च अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित होना था लेकिन इस बजट से ऐसी कोई उम्मीद नहीं दिखती। इस बजट में दूरदृष्टि का स्पष्ट अभाव है। महंगाई से भी लोगों को राहत देने का कोई प्रयास नहीं किया गया है। उल्टे पेट्रोल व डीजल की कीमतों में वृद्धि कर दी गई है।
कपड़ा उद्योग को खत्म करने का संप्रग सरकार पर आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण पूर्व में हीरा उद्योग प्रभावित हुआ और अब कपड़ा उद्योग को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, "संप्रग सरकार गुजरात के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। एक तरफ उसने तमिलनाडु के तिरुपुर होजियरी टेक्सटाइल इंडस्ट्री को प्रदूषण नियंत्रण मापदंडों के लिए 200 करोड़ रुपये का पैकेज दिया वहीं पर्यावरण मंत्रालय गुजरात के 60 ऐसी ही परियोजनाओं को हरी झंडी नहीं दे रहा है। सरकार ने गुजरात के जवाहरात उद्योग को भी क्षति पहुंचाने का काम किया है। सोना और चांदी पर आयात कर लगाए जाने का भी गुजरात पर बुरा असर पड़ेगा।"
केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए मोदी ने कहा, "केंद्र सरकार स्वर्णिम गुजरात को लेकर तनिक भी गंभीर नहीं है। गुजरात के साथ ऐसा अन्याय क्यों हो रहा है।"
मोदी ने कहा कि इस बजट में दृष्टि का स्पष्ट अभाव है। इसमें पुरानी योजनाओं को नए सिरे से परोसा गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।